सुपौल जिले के विभिन्न हिस्से में मंगलवार की दोपहर हुई बारिश ने जहां भीषण गर्मी से आमजन जीवन को राहत दी. वहीं जिउतिया व्रतियों के लिए यह बारिश पर्व संपन्न करने में राहत दिलायी. लागातार तेज धूप व उमस भरी गर्मी से लोग परेशान हो रहे थे. किसानों के खेत में लगे खरीफ फसल सूखने लगे थे. किसान फसलों में हरियाली लाने के लिए लगातार पटवन कर उर्वरक डाल रहे थे. उन किसानों के फसल के लिए यह बारिश के अमृत माना जा रहा है. किसानों ने बताया कि भादव में चिलचिलाती धूप से जहां खेत में काम करने में परेशानी होती थी. वहीं मवेशी पालन में भी उनलोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. बारिश के बाद इलाके के हजारों किसानों को लाखों रुपये का बचत हुआ है. किसानों ने बताया कि झमाझम बारिश से खेत में पानी लगा है. जो खेती नमी को लौटा देगी. अब उनलोगों को फसल का पटवन नहीं करना पड़ेगा.
बारिश के बाद तापमान में आयी गिरावट
बीते कुछ दिनों से तेज धूप की वजह से तापमान में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही थी. जिस कारण गर्मी से जनजीवन अस्त व्यस्त था. विद्युत की स्थिति भी लचर हो गयी है. लोग दिन भर घर में बिजली जनित संसाधन का उपयोग कर गर्मी से राहत दिलाने में जुटे रहते थे. जिस कारण अत्यधिक लोड होने से बार-बार बिजली गुल हो रही थी. ऐसे में बारिश होने से बिजली विभाग ने भी राहत की सांस ली है.
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