पथरायी आंखों से उदित के आने की इंतजार कर रही रंजना, क्या आज उदित आयेंगे कोर्ट?
वैवाहिक जीवन के 40 साल बीत जाने के बाद उदित नारायण से बेहतर संबंध स्थापित करने के लिए पत्नी न्याय की प्रतीक्षा कर रही है.
सुपौल. उड़ जा काले कावा तेरे, मुंह विच खंड पावां, ले जा तू संदेशा मेरा मैं सदके जावां, बागों में फिर झूले पड़ गए, पक गईयां मिठिया अमिया, ये छोटी सी ज़िंदगी ते रातां लंबियां-लंबियां ओ घर आजा परदेसी… गदर फिल्म का यह गाना 40 साल बाद भी रंजना नारायण पर सटीक बैठ रही है. वैवाहिक जीवन के 40 साल बीत जाने के बाद उदित नारायण से बेहतर संबंध स्थापित करने के लिए न्याय की प्रतीक्षा कर रही है. सोमवार को सुपौल में प्रभात खबर से बातचीत में रंजना नारायण ने कहा कि उदित नारायण अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते. बार-बार सिर्फ उदित जी द्वारा आश्वासन दिया जाता है. एक पत्नी को अपना अधिकार चाहिए. इसके लिए कोर्ट की शरण में जाकर न्याय की प्रतीक्षा कर रही हूं. अब तो हम बीमार रहते हैं आखिर कब तक आश्वासन के सहारे जिंदा रहूंगी. सात दिसंबर 1984 को हुई थी शादी अग्नि को साक्षी मानकर 07 दिसंबर 1984 को उदित नारायण व रंजना नारायण परिणय सूत्र में बंधी थी, लेकिन विधि के विधान को कोई टाल नहीं सकता. कुछ दिनों के बाद ही उदित व रंजना के संबंध में खटास आयी और यह खटास काफी लंबी होती चली गयी. खटास इतनी लंबी हो गयी है कि अब यह मामला कोर्ट तक पहुंच गया है. रंजना न्याय की प्रतीक्षा में आज भी पथरायी आंखों से उदित के आने की प्रतीक्षा कर रही है. 28 जनवरी को होगी अगली सुनवाई परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश राहुल उपाध्याय की अदालत ने 16 दिसंबर 2024 को उदित नारायण झा को दस रुपये का दंड अधिरोपित करते हुए 28 जनवरी को जवाब दाखिल करने के लिए अंतिम मौका दिया गया है. अब इस मामले में अगली सुनवाई 28 जनवरी 2025 को होगी. गौरतलब है कि मशहूर पार्श्व गायक उदित नारायण झा की पत्नी रंजना नारायण झा ने 2022 में अपने पति उदित नारायण झा पर अपने दांपत्य जीवन पुन: स्थापित करने हेतु एक वाद दायर किया था.
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