आरएसएस ने मनाया शरद पूर्णिमा उत्सव, प्रार्थना के बाद लोगों के बीच प्रसाद वितरण
उन्होंने सभी स्वयंसेवक से नियमित रूप से प्रातःकालीन शाखा लगाने का आग्रह भी किया
छातापुर. आरएसएस के स्वयंसेवक सह भाजपा नेता ललितेश्वर पांडेय के मुख्यालय स्थित आवास पर बुधवार की रात शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया गया. वरिष्ठ स्वयंसेवक शालीग्राम पांडेय के मार्गदर्शन में आयोजित उत्सव में शाखा लगाकर संघ प्रार्थना की गई और खीर प्रसाद ग्रहण किया गया. इस दौरान एकल व सामूहिक गीत का दौर चला. साथ ही राष्ट्र व समाज के अलावे भारतीय सभ्यता व संस्कृति के हित में प्रेरणादायक उद्बोधन दिये गए. उत्सव में खुले आसमान के नीचे खीर प्रसाद को रखा गया और धूप दीप जलाये गये. मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के दिन पूर्ण चंद्रमा के साथ आकाश से अमृत की वर्षा होती है. लिहाजा खुले आसमान के नीचे रखे गये खीर प्रसाद के साथ अमृत भी ग्रहण करते हैं. इस अवसर पर वरिष्ठ स्वयंसेवक शालीग्राम पांडेय ने कहा कि शरद पूर्णिमा को लोग लक्ष्मी पूजा, कोजागरा सहित कई नामों से जानते हैं. सनातन धर्म में नवरात्र सबसे महत्वपूर्ण पर्व है. भारतीय जीवन पद्धति इसका सर्वाधिक महत्व है. कहा कि दूध में बना हुआ खाद्य पदार्थ आसमान के नीचे रखकर शरद पूर्णिमा उत्सव के रूप में मनाते हैं. बताया कि शरद पूर्णिमा की रात स्वयंसेवक के लिए खुद की समीक्षा करने के लिए है. राष्ट्रहित और हिंदुत्व की रक्षा करने के कर्तव्य को निखारने के लिए भी है. कहा कि समाज में जाति की नहीं बल्कि हिंदुत्व की बात होनी चाहिए. स्वयंसेवक मतलब हिंदुत्व की रक्षा करना तथा तन मन जीवन समर्पित कर भारतीय संस्कृति और सभ्यता की रक्षा करना भी है. आज के समय में इतिहास से सबक लेकर आगे बढ़ने की जरूरत है. उन्होंने सभी स्वयंसेवक से नियमित रूप से प्रातःकालीन शाखा लगाने का आग्रह भी किया. मौके पर स्वयंसेवक सुशील प्रसाद कर्ण, ललितेश्वर पांडेय, केशव कुमार गुड्डू, पवन कुमार हजारी, शिवकुमार भगत, गौरीशंकर भगत, चंद्रदेव पासवान, सत्यप्रकाश, सतीश गुप्ता, गुंजन भगत, संजीव सहनी, जयकिशुन पासवान, संजय भगत, मनीष सिंह, सरस्वती शिशु मंदिर के राहुल जी, अंश, देवांश आदि शामिल हुए.
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