सदर थाना क्षेत्र के वीणा बभनगामा वार्ड नंबर तीन में विवादित जमीन में मूर्ति स्थापित करने को लेकर दो गुटों के बीच रविवार की शाम खूनी संघर्ष हुआ. घटना में एक की मौत हो गयी और चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. मौत की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया और सदर अस्पताल पहुंच कर परिजनों ने चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जम कर हो-हंगामा किया.
घटना की जानकारी मिलने पर सदर एसडीओ मनीष कुमार एवं एसडीपीओ कुमार इंद्र प्रकाश सहित थानाध्यक्ष दल बल के साथ सदर अस्पताल पहुंचे. जहां आक्रोशित परिजनों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया. इधर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया. हालांकि पीड़ित पक्ष द्वारा अब तक शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है. पुलिस ने पीड़ित के फर्द बयान के आधार पर शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उन्हें घर भेज दिया.
वीणा वार्ड नंबर 03 में खाली पड़े विवादित जमीन में स्थानीय लोग सरस्वती जी की मूर्ति की स्थापना को लेकर एक घर बना रहे थे. तभी जमीन मालिक उक्त स्थल पर पहुंचे और पूजा के लिए घर बना रहे लोगों को रोकना चाहा. इस दौरान दोनों गुटों के बीच जम कर मारपीट हो गयी. इसमें एक पक्ष के बालक सादा, नारायण सादा, चंद्र किशोर सादा, पवन सादा व जयराम सादा जख्मी हो गये. सभी को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सक ने बालक सादा की स्थिति गंभीर देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए रेफर किया. गरीबी का हवाला देते हुए वे लोग सदर अस्पताल में ही इलाज कराने पर अड़े रहे. सोमवार की दोपहर बालक सादा की मौत हो गयी. मौत की जानकारी जैसे ही ग्रामीणों को मिली, स्थानीय ग्रामीण सहित आसपास के लोग सैकड़ों की संख्या में सदर अस्पताल पहुंचे और चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हो-हंगामा करने लगे.
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घटना की जानकारी मिलते ही सदर एसडीओ मनीष कुमार, एसडीपीओ कुमार इंद्रप्रकाश, थानाध्यक्ष दीनानाथ मंडल, महिला थानाध्यक्ष प्रमीला सहित दर्जनों पुलिस के अधिकारी व जवान सदर अस्पताल पहुंचे और आक्रोशित परिजनों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया. लेकिन आक्रोशित परिजन सभी आरोपित की गिरफ्तारी व मुआवजे की मांग करने लगे. सदर अस्पताल में करीब दो घंटे तक मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा होता रहा. इसके बाद एसडीओ मनीष कुमार द्वारा कबीर अंत्येष्टी योजना से मिलने वाली लाभ तुरंत दी गयी. साथ ही मुआवजा देने का आश्वासन दिये जाने पर मामला शांत हुआ और परिजन पोस्टमार्टम कराने के लिये तैयार हुए.
एसडीपीओ कुमार इंद्रप्रकाश ने बताया कि पीड़ित परिजनों के फर्द बयान के आधार पर एक आरोपी विरेंद्र मंडल को गिरफ्तार कर लिया गया. जबकि शेष आरोपितों की गिरफ्तारी के लिये पुलिस छापेमारी कर रही है.
एसडीएम मनीष कुमार ने बताया कि पीड़ित परिजनों द्वारा सदर अस्पताल के चिकित्सक पर लगाये गये आरोप के संबंध में पीड़ित परिजन से आवेदन मिलने पर जांच टीम गठित की जायेगी. यदि चिकित्सक द्वारा लापरवाही बरती गयी है तो उनके विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी.
By: Thakur Shaktilochan