बिहार में उमस भरी गर्मी से जनजीवन अस्त-व्यस्त है. स्कूलों का नया समय शिक्षकों और छात्रों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. बच्चों को सुबह 6 बजे स्कूल पहुंचना पड़ रहा है. बच्चे स्कूल जाने से पहले सुबह की भागदौड़ में खाना नहीं खाना चाहते. वे खाली पेट स्कूल जाते हैं. स्कूल की छुट्टी के बाद उमस भरी गर्मी और चिलचिलाती धूप में घर लौटना पड़ता है. इस कारण भीषण गर्मी में छात्र बेहोश हो जा रहे हैं. शनिवार को सुपौल के सदर प्रखंड अंतर्गत चार स्कूलों में आधा दर्जन छात्रों की अचानक तबीयत खराब होने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया.
केके पाठक का हो रहा विरोध
इसी बीच शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव के आदेश का विरोध शुरू हो गया है. सोशल मीडिया पर स्कूल का समय बदलने की मांग की जा रही है. इधर, बच्चों के परिजनों का कहना है कि 16 मई से शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालय के समय सारिणी में किये गये बदलाव से बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 6 बजे स्कूल पहुंचने के लिए अहले सुबह ही बच्चों को उठना पड़ता है. बच्चे सुबह में बिना खाना खाए खाली पेट ही विद्यालय चले जाते हैं.
पहली घटना
मुरली मनोहर उच्च माध्यमिक विद्यालय बरैल में वर्ग 09 की छात्रा नूतन कुमारी प्रार्थना के समय अचानक बेहोश हो कर जमीन पर गिर गयी. जिसे विद्यालय में मौजूद शिक्षिका क्लास रूम ले गयी. जहां उसके चेहरे पर पानी का छींटा दिया जा रहा था. लेकिन छात्रा की तबियत में सुधार नहीं हो रहा था. विद्यालय प्रधानाध्यापक दिवाकर प्रसाद सिंह ने बताया कि वर्ग 09 की छात्रा नूतन कुमारी का अचानक प्रार्थना के समय तबियत खराब हो गयी थी. जिसके बाद विद्यालय के शिक्षिका द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया. लेकिन छात्रा की तबियत और खराब होने लगी.
बताया कि छात्रा का पूरा शरीर ठंडा होने लगा था. जिसके बाद छात्रा के परिजनों को इसकी सूचना दी गयी. जिसके बाद परिजनों के सहयोग से छात्रा को स्थानीय निजी चिकित्सक के पास ले जाया गया. इस दौरान छात्रा के मुंह से झाग भी निकल रहा था. चिकित्सक ने छात्रा को स्लाइन चढ़ाया एवं कुछ दवा दी. जिसके बाद छात्रा को होश आया. छात्रा नूतन कुमारी ने बताया कि प्रार्थना दौरान पहले उसे चक्कर आया. जिसके बाद वह जमीन पर गिर गयी. बताया कि उसके बाद उसे कुछ भी याद नहीं है.
दूसरी घटना
वहीं दूसरी ओर उर्दू कन्या मध्य विद्यालय परसा में वर्ग तीन की छात्रा जसमीन प्रवीण 11:30 बजे अचानक विद्यालय में बेहोश हो गयी. विद्यालय के प्रधानाध्यापक मो कमाल ने बताया कि वर्ग संचालन हो रहा था, इसी दौरान वर्ग तीन की छात्रा अचानक बेहोश हो गयी. जिसके बाद विद्यालय की शिक्षिका के द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया. छात्रा के बेहोश होने की सूचना उसके परिजन को भी दी गयी. विद्यालय पहुंचे परिजन छात्रा को अस्पताल ले गये.
तीसरी घटना
तीसरी घटना हरिजन उच्च विद्यालय सिहे की है. जहां विद्यालय में प्रार्थना के समय वर्ग 09 की एक छात्रा बेहोश होकर जमीन पर गिर गयी. वर्ग 09 के ही दो छात्र को लंच के समय पेट में अचानक तेज दर्द होने से विद्यालय के शिक्षक काफी परेशान नजर आये. विद्यालय के प्रधानाध्यापक प्रवीण कुमार ने बताया कि सुबह प्रार्थना के समय वर्ग 09 की एक छात्रा अचानक बेहोश होकर जमीन पर गिर गयी.
जिसके बाद उसे शिक्षक एवं शिक्षिका के सहयोग से वर्ग कक्ष ले जाया गया और उसे होश में लाने का प्रयास किया गया. कुछ देर बाद छात्रा होश में आयी. वहीं लंच के समय दो छात्र को अचानक जोर से पेट में तेज दर्द होने लगा. जिसके बाद छात्र के परिजन को इसकी सूचना देकर उसे छुट्टी दे दिया गया.
चौथी घटना
चौथी घटना कन्या प्राथमिक विद्यालय सुखपुर की है. जहां पठन-पाठन के दौरान उमस भरी गर्मी से वर्ग पांच का एक छात्र सूरज कुमार का तबियत अचानक बिगड़ गया. विद्यालय प्रधानाध्यापक मो हैदर अली ने बताया कि करीब 09:30 बजे पठन पाठन के दौरान जब वर्ग पांच के कक्ष में पहुंचे तो देखा कि एक बच्चा डेस्क पर सिर रख कर सोया हुआ है, जब उसे उठने को कहा तो उन्होंने बताया कि सिर में तेज दर्द हो रहा है और चक्कर आ रहा है. शिक्षकों द्वारा छात्र को पानी का छींटा दिया गया. इसकी जानकारी परिजन को दी गयी और परिजन विद्यालय आकर बच्चे को घर ले गये.
कहते हैं डीईओ
प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि उमस भरी गर्मी का समय है. बच्चों को इस समय थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक से बच्चों के तबियत की जानकारी ली जा रही है.
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