सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का हुआ आयोजन
भौतिक सुख की प्राप्ति को ले अपने सिद्धांतों की बलि देना नहीं होता सुखद -गोविंद देव
भौतिक सुख की प्राप्ति को ले अपने सिद्धांतों की बलि देना नहीं होता सुखद -गोविंद देव राघोपुर. प्रखंड क्षेत्र के सिमराही नगर पंचायत अंतर्गत धर्मपट्टी वार्ड नंबर एक में स्थानीय परमानंद मिश्र द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन भगवान श्री कृष्ण के आश्रय में पांडवों का महाभारत जैसे युद्ध में विजय श्री की प्राप्ति, जिसके माध्यम से हम सभी के जीवन का मूल उद्देश्य सदाआचरण, मानवोचित आदर्श और समर्पण की संपूर्ण शिक्षा प्राप्त होती है, से तृतीय दिवस की कथा प्रारंभ गई. इस दौरान कथावाचक वृंदावन से आये गोवर्धन दासाचार्य जी महाराज उर्फ गोविंद देव महाराज ने विदुर जी की नीति पूर्ण सह दैन्यपूर्ण भक्ति से जीवन का मूल उद्देश्य वर्तमान युग के सामान्य प्रजा से लेकर नेता-मंत्री तक सभी को अपने सिद्धांत और स्वाभिमान की रक्षा अपने जीवन का मूल्यांकन आदि ज्ञान की शिक्षा जो कि सभी प्राणी मात्र के लिए आवश्यक है ध्यान केन्द्रित करने की आवश्यकता है. अपने भौतिक सुख की प्राप्ति के लिए अपने सिद्धांतों की बलि देना कभी भी सुखद नहीं होता है और भागवत प्राप्ति कैसे की जाती है आदि आदि विषयों पर विस्तृत प्रकाश डाला गया. इसके उपरांत संसार के भोगोपभोग को प्राप्त करने के लिए भी जीवन को संयमित नियंत्रित और योग पूर्ण जीवन के साथ भोगने की कला जो कि महर्षि कर्दम जी के कथा के माध्यम से हम सभी को समझने की आवश्यकता है. तदोपरांत जीवन के विकट से विकट परिस्थितियों में ज्ञानपूर्ण या ज्ञानशून्य जीव भी अपने विपत्तियों से मुक्त होकर भागवत प्राप्ति किस प्रकार सुलभ कर सकता है. यह सिद्धांत हमें गज और ग्राह के कथा से शिक्षा ग्रहण करने चाहिए. कार्यक्रम को सफल बनाने में परमानंद मिश्र, ललित मिश्र, बिजेंद्र मिश्र, राजीव रत्न ठाकुर, भवानंद मिश्र, रंजन मिश्रा, रोशन मिश्रा, अरुण मिश्र, सुजीत मिश्रा, विपिन मिश्रा, अमित मिश्रा सहित अन्य का सराहनीय योगदान रहा.
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