बलुआ बाजार. थाना क्षेत्र में चाइनीज सामग्रियों की अवैध तस्करी परवान चढ़ने लगा है. दिन के उजाले में यह गोरखधंधा तूल पकड़ रहा है. लेकिन पुलिस प्रशासन कार्रवाई करने से परहेज कर रही है. जानकारों की मानें तो चाइनीज सामग्री नेपाल से भारतीय प्रभाग में कैरिग के माध्यम से खपाया जा रहा है. जबकि भारत में चाइनीज सामग्री पर सरकार ने पूरी तरह बैन लगा रखी है. इनके बावजूद भी यह गोरखधंधा का भारतीय प्रभाग में रुकने का नाम नहीं ले रहा है. जब इस मामले की पड़ताल की गयी तो यह बात सामने आई कि भीमपुर थाना क्षेत्र के ठूठी पंचायत के वार्ड नंबर 10 व बलुआ थाना क्षेत्र के गुरधिया वार्ड एक में कुछ तथाकथित लोगों का नेपाल से सीधा कनेक्शन जुड़ा है, जो इस धंधे को अंजाम देकर मोटी रकम की उगाही कर रहे हैं. फुटानी चौक के रास्ते ठूठी पंचायत में बाइक व अन्य चार पहिया वाहनों से चाइनीज सामग्री की तस्करी करते हैं. चाइनीज सेब व लहसुन के आड़ में नशीली सामग्री भी लाया जाता है. जिन पर लगाम लगाने में पुलिस प्रशासन व संबंधित अधिकारी अनभिज्ञ हैं. पार्टनरशिप में धंधा को दे रहे अंजाम बताया जा रहा है कि चाइनीज लहसुन में थोक विक्रेता द्वारा भारतीय क्षेत्र में धंधे करने वाले कारोबारी को प्रति किलो पांच रुपये कमीशन मिलता है. कई लोग पार्टनरशिप में इस धंधा को अंजाम देते हैं. बाइक से कैरिग करने वाले लोगों को प्रति गाड़ी 05 सौ रुपये कारोबारी द्वारा दिया जाता है. तस्करी का उक्त रास्ता नेपाल सीमा से सीधा कुशहर-इशाक चौक से बबुवान होकर नेपाल के बॉर्डर को जोड़ता है. लिहाजा तस्करों के अवैध कारोबार के लिए करने में यह रास्ता सबसे सुलभ और खास माना जाता है. चाइनीज संदिग्ध सामग्रियों में सेब, फेयर लवली, शृंगार का समान, लहसुन और नशीली पदार्थ होने की सूचना प्राप्त हो रही है. कहते हैं एसडीपीओ इस संबंध में पूछे जाने पर वीरपुर एसडीपीओ सुरेंद्र कुमार ने बताया कि ऐसा मामला संज्ञान में नहीं था. अगर ऐसा हो रहा है तो मामले की जानकारी प्राप्त कर नेपाल बॉर्डर पर सख्ती बरती जायेगी. थानाध्यक्ष को कार्रवाई के लिए निर्देशित कर रहे हैं.
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