Supaul News : सुपौल. यातायात के सबसे बड़े साधन रेलवे से भी अब सुपौल संपन्न हो रहा है. सुपौल रेलवे स्टेशन का निर्माण अमृत भारत योजना के तहत आधुनिक तकनीक से किया जा रहा है. वहीं अंग्रेज शासन काल में बनाये गये रेलखंड के बाद सुपौल से पूरब की दिशा में नये रेलखंड का निर्माण तीव्र गति से किया जा रहा है. रक्षा मंत्रालय द्वारा सुपौल-अररिया (गलगलिया तक) प्रस्तावित नयी रेल लाइन परियोजना को सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानते हुए इसे राष्ट्रीय सुरक्षा परियोजना में शामिल कर कार्य शुरू किया गया. लगभग 95 किमी लंबी सुपौल-अररिया नयी रेललाइन का कार्य तेजी से किया जा रहा है. संभावना जतायी जा रही है कि मार्च 2025 तक सुपौल-पिपरा के बीच रेल परिचालन शुरू कर दिया जायेगा. क्षेत्र के लोगों की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हो सकेगी.
पैदा होंगे पर्यटन और रोजगार के नये अवसर
इस रूट पर ट्रेन शुरू होने से यातायात के साधन में वृद्धि होगी और क्षेत्र का विकास भी तेजी से हो सकेगा. ट्रेन परिचालन शुरू होने से सुपौल और पिपरा के बीच यात्रा करनेवालों लोगों को और सुलभ परिवहन सुविधा मिलेगी. खासकर छात्रों, नौकरीपेशा लोगों और व्यापारियों के लिए यह अत्यंत लाभकारी होगी. स्थानीय लोगों का मानना है कि ट्रेन सेवा शुरू होने से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि क्षेत्र में व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा. साथ ही इससे सुपौल और आसपास के क्षेत्रों का अन्य बड़े शहरों से जुड़ाव भी मजबूत होगा. इससे पर्यटन और रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे. उम्मीद है कि यह नया ट्रेन मार्ग सुपौल के विकास में एक नया अध्याय जोड़ेगा. लोगों की उम्मीदों को नयी उड़ानदेगा.
स्लीपर बैठाने का शुरू हुआ कार्य
नेपाल की सीमा के समानांतर गुजरने वाली इस परियोजना में अर्थ वर्क लगभग पूरा हो चुका है. रेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सुपौल-पिपरा के बीच लगभग 21.07 किमी दूरी में 51 छोटे-बड़े पुल पुलिया का निर्माण किया गया है. स्लीपर बैठाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है. कार्य की प्रगति को देख इलाके के लोगों में आशा की एक किरण दिखने लगी है. लोग कहते हैं कि यह कार्य पूरा हो जाने से इलाके के किसानों व व्यापारियों को फायदा होगा. अररिया नयी रेलवे लाइन परियोजना का निर्माण का कार्य तेज गति से चल रहा है. शुरुआती दौर में सुपौल से अररिया के बीच मिट्टी भराई का कार्य पूरा कर लिया गया है. अब पुल-पुलिया निर्माण का काम किया जा रहा है. मिट्टी भराई का अधिकांश काम पूरा कर लिया गया है. कुछ जगहों पर जहां मिट्टी का कार्य बाकी है, तेजी से कराया जा रहा है.
सुपौल से अररिया के बीच बनेंगे 12 नये रेलवे स्टेशन
सुपौल-पिपरा के बीच दो स्टेशन का निर्माण किया जायेगा. इसका कार्य शुरू कर दिया गया है.थुमहा में एक स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है. जबकि दूसरा पिपरा में स्टेशन का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है. सूत्रों ने बताया कि पिपरा में प्लेटफॉर्म की लंबाई 700 मीटर होगी. जबकि भवन की लंबाई 64.250 मीटर व भवन की चौड़ाई 08 मीटर होगी. सुपौल से अररिया के बीच 12 रेलवे स्टेशन बनेंगे. सुपौल के बाद थुमहा, पिपरा, त्रिवेणीगंज, जदिया, बघैली, खजुरी बाजार, मनोहरपट्टी, भरगामा, रानीगंज, बसेठी एवं मिर्जापुर में रेलवे स्टेशन व हॉल्ट का निर्माण किया जायेगा. इसमें 04 हॉल्ट व 08 स्टेशन शामिल हैं.
तीन जिले की सीमा से गुजर रही नयी रेल लाइन
सुपौल-अररिया नयी रेल लाइन सुपौल, मधेपुरा व अररिया जिला के सीमा से होकर गुजरेगी. रेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सबसे अधिक सुपौल जिले में लगभग 53 किमी सीमा से गुजरेगी. वहीं मधेपुरा जिला की सीमा से लगभग 04 किमी और अररिया जिले के सीमा से 39 किमी होकर गुजरेगी.
31 मार्च तक सुपौल-पिपरा रेलखंड पर शुरू होगा परिचालन : जीएम
वार्षिक निरीक्षण के दौरान 09 अक्तूबर को सुपौल स्टेशन पर पत्रकारों से बातचीत करते जीएम छत्रसाल सिंह ने कहा कि अररिया गलगलिया रेल लाइन का कार्य बेहद तेजी से किया जा रहा है. 31 मार्च तक पिपरा तक ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जायेगा.