प्रतापगंज
स्वास्थ्य-कर्मियों की लापरवाही के कारण 22 दिन पूर्व नवजात बच्चे की मौत की शिकायत पर डीएम के द्वारा गठित टीम बुधवार को सीएचसी पहुंची. जहां गठित टीम में सीएस ललन ठाकुर, एसडीएम नीरज कुमार और डीपीएम मिनतुल्लाह ने सीएचसी पहुंचकर प्रभारी डॉ प्रसन्ना, एएनएम तथा मौके पर उपस्थित पीड़ित परिवार से भी पूछताछ की गई. गौरतलब है कि टेकुना पंचायत के वार्ड नंबर 08 निवासी जगदीश दास की बहू सीता देवी को 19 अगस्त को प्रसव पीड़ा होने के बाद सीएचसी प्रतापगंज लाया गया. जहां उपस्थित एएनएम ने प्रसव पीड़ित का इलाज करने के बाद बताया कि अभी प्रसव में लेट है. प्रसव शाम के 06 बजे होगा. 11 बजे दिन में महिला को वापस घर भेज दिया गया. घर पहुंचने के बाद करीब एक बजे महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई. जिसके बाद महिला का प्रसव घर पर ही हो गई. आनन फानन में महिला को सीएचसी लाया गया. जहां उपस्थित डॉ ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. जिसको लेकर सीएचसी परिसर में पीड़ित परिवार ने आक्रोश जताते हुए प्रभारी सहित पदाधिकारी को लिखित आवेदन देकर दोषी कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गई. जिसके बाद डीएम कौशल कुमार ने जांच के लिए टीम गठित की. जांच के दौरान प्रभारी डॉ प्रसन्ना ने बताया कि वह शारीरिक रूप से अस्वस्थ रहते हैं. सीएचसी का कार्यभार का निर्वहन करने में असमर्थ हैं. उन्हें पद से मुक्त किया जाए. वहीं जांच के लिए पहुंचे सीएस ठाकुर ने बताया कि बच्चे की मौत की शिकायत पर हमलोग पहुंचे है. डॉक्टर और एएनएम का स्टेटमेंट लिया गया है. जांच रिपोर्ट वरीय पदाधिकारी को सौंपा जायेगा.
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