सीएम के प्रगति यात्रा का दिखने लगा असर : तिलहेश्वर नाथ मंदिर के जीर्णोद्वार व सौंदर्यीकरण खाका तैयार

लोगों की मुरादें पूरी होने के कारण दर्शन-पूजन के लिए यहां सालों भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है

By Prabhat Khabar News Desk | January 24, 2025 6:41 PM

– सुखपुर से मंदिर परिसर तक सड़क का किया जायेगा चौड़ीकरण – मंदिर में अवस्थित शिवलिंग है स्वयं-भू – कला संस्कृति एवं युवा विभाग के द्वारा तिल्हेश्वर महोत्सव का किया जाता है आयोजन – नरक निवारण चतुर्दशी व महाशिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं की होती है भीड़ सुपौल. प्रगति यात्रा के दौरान 20 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बाबा तिल्हेश्वर नाथ मंदिर का जीर्णोद्धार एवं सौन्दर्यीकरण तथा सुखपुर बाजार से तिल्हेश्वर नाथ मंदिर तक सड़क का चौड़ीकरण के लिए की गयी घोषणा के बाद जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई शुरू कर दी गयी है. सुपौल जिला मुख्यालय से 10 किमी की दूरी पर सदर प्रखंड के सुखपुर सोल्हनी एवं कर्णपुर पंचायत अन्तर्गत सुखपुर व महेशपुर गांव में भव्य प्राचीन बाबा तिल्हेश्वर नाथ मंदिर अवस्थित है. तिल्हेश्वर नाथ मंदिर में अवस्थित शिवलिंग स्वयं-भू है. बुजुर्गों का यह कहना है कि यहां पर भगवान शिव अर्थात स्वयं शंभू पधारे थे. लोगों की मुरादें पूरी होने के कारण दर्शन-पूजन के लिए यहां सालों भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. यहां सुलतानगंज, मुंगेर घाट, अगुवानी घाट आदि जगहों से गंगाजल भरकर भक्तगण कांवर चढ़ाते हैं. रविवार और सोमवार को यहां जलाभिषेक का विशेष महत्व माना जाता है. जिस कारण सालों भर रविवार और सोमवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां जलाभिषेक के लिए आते हैं. जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या श्रावण मास में प्रत्येक रविवार, सोमवार को दस हजार से भी अधिक रहती है. प्रत्येक वर्ष नरक निवारण चतुर्दशी, महाशिवरात्रि के अवसर पर तिल्हेश्वर नाथ मंदिर के प्रांगण में कला संस्कृति एवं युवा विभाग के द्वारा तिल्हेश्वर महोत्सव का आयोजन किया जाता है. इस महोत्सव में काफी बड़ी संख्या में श्रद्धालु विशेष पूजा के लिए यहां आते हैं. तिलहेश्वर मंदिर धार्मिक न्यास पर्षद से है निबंधित सदर प्रखंड के सुखपुर-सोल्हनी पंचायत स्थित प्रसिद्ध बाबा तिलहेश्वर नाथ मंदिर बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद के अधिसूचना संख्या 792, 13 जून 2023 द्वारा श्री श्री 108 तिल्हेश्वर स्थान के रूप में निबंधित (निबंधन संख्या 3849) है. इसके कार्यान्वयन एवं संचालन के लिए, बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद के उपरोक्त अधिसूचना द्वारा श्री श्री 108 तिल्हेश्वर स्थान न्यास समिति एक वर्ष के लिए अस्थायी रूप से अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में गठित है. गठित न्यास समिति में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सचिव तथा कोषाध्यक्ष सहित कुल 11 सदस्य है. श्रद्धालुओं की संख्या में अत्यधिक होगी बढ़ोतरी बाबा तिल्हेश्वर नाथ मंदिर का जीर्णोद्धार एवं सौन्दर्यीकरण के साथ-साथ सुखपुर बाजार से तिल्हेश्वर नाथ मंदिर तक सड़क का चौड़ीकरण हो जाने से जलाभिषेक के लिए प्रत्येक रविवार और सोमवार को सालों भर यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में अत्यधिक बढ़ोतरी होगी. साथ ही श्रावण मास में जलाभिषेक के लिए यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में हो जाएगी जिससे तिल्हेश्वर नाथ मंदिर एवं आस-पास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा. राज्य के अन्य क्षेत्रों से भी जलाभिषेक एवं विशेष पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालु यहां आ सकेंगे. जिससे कोसी का यह क्षेत्र धार्मिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक रूप से समृद्ध भी होगा. मंदिर जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण के लिए 02 एकड़ 65.98 डिसमिल जमीन उपलब्ध है. सुखपुर बाजार से मंदिर तक सड़क का होगा चौड़ीकरण सुखपुर बाजार से तिल्हेश्वर नाथ मंदिर तक सड़क का चौड़ीकरण के लिए डीएम कौशल कुमार द्वारा अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण विभाग पटना को पत्र (पत्रांक 266, दिनांक 22 जनवरी) लिखा गया. अपर मुख्य सचिव पथ निर्माण विभाग के द्वारा इस संबंध में कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल, सुपौल को निदेश दिया गया है. जिसके आलोक में कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल सुपौल अपने स्तर से कार्रवाई शुरू कर दी है. उक्त घोषणा के आलोक में सुखपुर से बकौर तक सड़क को 07 मीटर तथा तिलेश्वरनाथ मंदिर के आगे से लिंक रोड को 5.5 मीटर चौड़ा किया जाएगा, जो घुरघुर चौक तक जाएगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version