वीरपुर. बसंतपुर प्रखंड कार्यालय स्थित टीसीपी भवन में शनिवार में बसंतपुर मुखिया संघ की अध्यक्ष नेहा मौसम खेड़वार की अध्यक्षता में एक बैठक की गयी. बैठक में सभी मुखिया ने सरकार के कानून की आलोचना करते हुए चरणबद्ध आंदोलन करने और सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की बात कही. बैठक के बाद प्रखंड के सभी मुखिया ने टीसीपी भवन के बाहर निकलकर बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. मुखिया संघ की अध्यक्ष ने कहा कि जिस प्रकार लोकसभा और विधानसभा है. उसी प्रकार पंचायतों में ग्राम सभा भी है. जिससे पंचायत संचालित होता है. लेकिन ग्राम सभा क़ो समाप्त करने की साजिश सरकार ने की है. जिसे हमलोग कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. जिस प्रकार से हमारे अधिकारों क़ो समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए बिहार मुखिया संघ की अध्यक्षता में चरणबद्ध आंदोलन करेंगे. जब तक हमारे अधिकारों क़ो वापस नहीं दिया जाता है तब तक हमलोगों का आंदोलन जारी रहेगा. बलभद्रपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मो तौहीद ने बताया कि जो नये नियम आए हैं उसके अनुसार मुखिया क़ो अब किसी प्रकार का फंड नहीं मिलने वाला है. पंचायत का विकास इस प्रकार बाधित होगा. अब से पहले जो भी कार्य पंचायत के विकास के लिए किया गया वह षष्टम वित्त या 15 वी वित्त या फिर उससे पहले जो भी काम किये गए उसमें मुखिया क़ो अपने पंचायत के विकास करने का पूरा अधिकार दिया गया था. वर्ष 2017 के बाद पहले ही मुखिया के अधिकार में कमी और कटौती की गयी है. नये नियम के अनुसार 15 लाख तक की योजनाओं क़ो मुखिया जिसे पहले अपने स्तर पर करते थे. अब उनकी निविदा निकाली जाएगी. ऐसे में मुखिया के अधिकार का पूर्णरूपेन हनन किया जा रहा है. कहा कि बिहार सरकार के इस फैसले के खिलाफ आंदोलन करेंगे और सामूहिक इस्तीफा देंगे. इस मौके पर मुखिया बबलू यादव, संतोष मेहता, बालकृष्ण मेहता, सुरेंद्र पासवान, मो अख्तर आलम, कपिलेश्वर सिंह, प्रीति कुमारी सरदार, नजमीन प्रवीण, बीबी गुलेशा, नूरजहां, चंद्रकला देवी, सुशीला देवी, संतोष कुमार मेहता व उनके प्रतिनिधि मौजूद थे.
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