सुपौल अभियंत्रण महाविद्यालय व गरुड़ा एरोस्पेस के बीच हुआ ऐतिहासिक समझौता, ड्रोन प्रौद्योगिकी में होगा प्रशिक्षण

असिस्टेंट टीपीओ विवेक कुमार ने बताया कि हमें गर्व है कि सुपौल कॉलेज अब इस क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र बन रहा है

By Prabhat Khabar News Desk | October 22, 2024 6:12 PM

प्रतिनिधि, सुपौल भारत की प्रमुख ड्रोन निर्माण कंपनी, गरुड़ा एरोस्पेस और सुपौल अभियंत्रण महाविद्यालय के बीच एक ऐतिहासिक समझौता हुआ है. इस समझौते के तहत कॉलेज में अब ड्रोन प्रौद्योगिकी पर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे छात्रों को इस तेजी से विकसित हो रही तकनीक में विशेषज्ञता हासिल हो सकेगी. इस अवसर पर एक भव्य आयोजन हुआ. जिसमें गरुड़ा एरोस्पेस और सुपौल अभियंत्रण महाविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. इस नए प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को ड्रोन सिस्टम के बारे में प्रायोगिक अनुभव प्रदान करना है. जिससे वे कृषि, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण और अन्य क्षेत्रों में ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग कर सके. ड्रोन प्रौद्योगिकी में छात्रों को मिलेगा कौशल गरुड़ा एरोस्पेस द्वारा कॉलेज को अत्याधुनिक ड्रोन किट्स, विशेषज्ञ प्रशिक्षक और तकनीकी समर्थन प्रदान किया जाएगा. इस प्रशिक्षण के माध्यम से छात्रों को ड्रोन के निर्माण, संचालन और विभिन्न उपयोगी क्षेत्रों में काम करने का अवसर मिलेगा. सुपौल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एएन मिश्रा ने कहा कि यह साझेदारी हमारे छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर है. नियोजन एवं प्रशिक्षण पदाधिकारी कमल राज प्रवीण ने बताया कि ड्रोन प्रौद्योगिकी से न केवल उनकी तकनीकी क्षमताओं में वृद्धि होगी, बल्कि वे भविष्य की तकनीकी दुनिया में अपने कदम मजबूती से रख सकेंगे. असिस्टेंट टीपीओ विवेक कुमार ने बताया कि हमें गर्व है कि सुपौल कॉलेज अब इस क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र बन रहा है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version