चोरी के तीन मामलों का हुआ उद्भभेदन, चोरी के सामान के साथ शातिर चार चोर गिरफ्तार

सदर थाना क्षेत्र में 16 मई एवं राघोपुर थाना क्षेत्र में 20 व 28 मई को हुई चोरी की घटना का उद्भेदन कर लिया गया

By Prabhat Khabar News Desk | May 30, 2024 6:34 PM

सुपौल. सदर थाना क्षेत्र में 16 मई एवं राघोपुर थाना क्षेत्र में 20 व 28 मई को हुई चोरी की घटना का उद्भेदन कर लिया गया. साथ ही चार शातिर अपराधी व चोरी के सामान को भी बरामदगी कर ली गयी. इसको लेकर एसपी शैशव यादव गुरुवार को अपने कार्यालय वेश्म में प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी. बताया कि 16 मई की रात्रि सदर थाना क्षेत्र के सुखपुर वार्ड नंबर 13 निवासी संगम कुमार सिंह के आवास में अज्ञात चोरों द्वारा घर में रखे गोदरेज का ताला तोड़कर सामान चोरी के संबंध में थाना में कांड दर्ज कराया था. कांड के उद्भेदन के लिए त्वरित कार्रवाई की गयी. साथ ही चोरी हुए सामान के साथ चोरी में शामिल अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार चोरों में किशनपुर थाना क्षेत्र के थरबिट्टा निवासी मेंहदी आलम, कुमरगंज निवासी सोनू कुमार व गुड्डू कुमार एवं किशनपुर निवासी राजा कुमार शामिल हैं. इन चोरों के पास से एक पीस सोना जैसा चेन, एक पीस अंगुठी, चांदी के 1425 ग्राम के अलग-अलग प्रकार का सामान, तीन मास्टर चाभी समेत दो चाभी का गुच्छा, एक पीस पेंसिल छेनी, एक स्मार्ट वाच, 07 पीस बटन वाला मोबाइल, एक रुपये का 600 सिक्का, दो रुपये का 29 सिक्का, चार टच स्क्रीन मोबाइल, एक चार चक्का काी रंग का गाड़ी, 20 पीस 100 रुपये का नोट, 169 पीस पचास रुपये का नोट, 02 पीस बीस रुपये का नोट, 10 रुपये का 17 नोट, तीन जोड़ी चांदी का पायल बरामद किया गया. एसपी ने बताया कि मई माह में हुई चोरी की घटना को लेकर सदर एसडीपीओ एवं वीरपुर एसडीपीओ के नेतृत्व में दोनों अनुमंडल के सभी एसएचओ के साथ एक एसआईटी का गठन किया गया. जहां वैज्ञानिक अनुसंधान व टेक्निकल सेल की मदद से चोरों की गिरफ्तारी की गयी. गिरोह का सरगना मेंहदी आलम एवं गुड्डू कुमार चोरी की घटना के बाद अक्सर दिल्ली व चेन्नई फरार हो जाता था. सोनू कुमार किशनपुर चौक के समीप सब्जी बेचने का काम करता था. वहीं मेंहदी हसन चोरी की घटना को अंजाम देने से पूर्व रेकी करता था और उसके बाद अपने सदस्य से घटना को अंजाम देने के लिए कहता था. एसपी ने बताया कि राजा कुमार का आभूषण का दुकान है, जिसके दुकान में चोरी किये गये आभूषण की खरीद-बिक्री की जाती थी.

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