प्रभात खबर में छपी खबर के बाद कोशी रक्तवीर संगठन ने पीड़ित महिला के इलाज का उठाया बीड़ा
अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक से बातचीत करने के बाद अस्पताल की ओर से एंबुलेंस की व्यवस्था कर महिला मरीज किरण देवी को पीएमसीएच पटना भेजा गया
राघोपुर. ट्रेन की चपेट में आकर अपने दोनों पैर गंवाने वाली महिला किरण देवी की दयनीय हालात को लेकर प्रभात खबर द्वारा पांच सितंबर के अंक में ””””””””मौत से जूझ रही किरण देवी को है मसीहा का इंतजार”””””””” नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित किए जाने के बाद गुरुवार को कोशी रक्तवीर सेवा संगठन की टीम ने मानवता का परिचय देते हुए मदद के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया. इस दौरान संगठन द्वारा रेलवे स्टेशन परिसर राघोपुर पहुंचकर पहले पीड़ित महिला को रेफरल अस्पताल राघोपुर लाया गया, जहां अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक से बातचीत करने के बाद अस्पताल की ओर से एंबुलेंस की व्यवस्था कर महिला मरीज किरण देवी को पीएमसीएच पटना भेजा गया. इस दौरान कोशी रक्तवीर सेवा संगठन के प्रखंड अध्यक्ष गुड्डू गुप्ता रौनियार, मयंक गुप्ता, प्रशांत वर्मा, संदीप सुमन, मो अरमान, रोहित भगत सहित अन्य सदस्यों ने पीड़िता का आर्थिक सहयोग भी किया. इस कार्य के लिए पीड़िता किरण देवी ने प्रभात खबर व कोशी रक्तवीर सेवा संगठन का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि जहां एक ओर उनकी हालत को देखकर अपने रिश्तेदारों ने भी उनका साथ छोड़ दिया, वहीं प्रभात खबर और कोशी रक्तवीर सेवा संगठन ने आगे आकर उनकी हालत के बारे में सोचा और मदद के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया. वहीं क्षेत्र के लोग भी इस पहल के लिए संगठन व अखबार के प्रयासों की सराहना किया. पीएमसीएच में कराया गया भर्ती संगठन के प्रखंड अध्यक्ष गुड्डू गुप्ता ने बताया कि प्रभात खबर में खबर प्रकाशित होने के बाद उनलोगों को जानकारी मिली कि किरण देवी का पैर कटने के बाद उनके रिश्तेदारों ने भी साथ छोड़ दिया. पैसे के अभाव में वह अपना इलाज कराए बिना ही घर वापस आ गई. जिसके बाद उनके इलाज का जिम्मा कोशी रक्तवीर सेवा संगठन के सदस्यों ने उठाते हुए पीएमसीएच पटना भेजा. वहीं आर्थिक मदद के लिए भी संगठन प्रयासरत है. पीड़िता की हरसंभव मदद की जाएगी. श्री गुप्ता ने बताया कि पीड़िता की मदद के लिए अब लोग सामने आ रहे हैं. बताया कि पीड़िता के लिए ब्लड की भी व्यवस्था की जा रही है. 10 से 12 यूनिट तक ब्लड पीड़िता को उपलब्ध करवाने का जिम्मा संगठन ने लिया है. 26 जुलाई को हादसे का हुई थी शिकार मालूम हो कि गत 26 जुलाई को ट्रेन की चपेट में आने से किरण देवी का दोनों पैर कट गया था. जिसके बाद वो पीएमसीएच पटना तक इलाज के लिए गई, लेकिन पैसे और रक्त के अभाव में वह बिना इलाज कराए ही वापस आ गई. इस बीच उसके घाव में कीड़ा लग जाने के कारण रिश्तेदारों ने भी उसे भगा दिया. जिसके बाद किरण देवी अपने पति के साथ रेलवे स्टेशन परिसर के समीप ही पॉलीथिन टांगकर लोगों से भीख मांगकर किसी प्रकार अपना गुजारा कर रही थी. लेकिन अखबार में खबर प्रकाशित किए जाने के बाद कोशी रक्तवीर संगठन ने आगे आकर महिला के मदद के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया. जिसके बाद क्षेत्र के लोग भी इस अभियान से जुड़कर मदद के लिए आगे बढ़ रहे हैं.
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