त्रिवेणीगंज रबी मौसम में गेहूं, मक्का, आलू जैसे अन्य फसलों का किसान पटवन कर रहे हैं. अच्छी पैदावार के लिए किसानों को खाद की जरूरत है. त्रिवेणीगंज स्थित बिस्कोमान से खाद नहीं मिलने से प्रखंड क्षेत्र के किसान उर्वरक दुकानों से खाद खरीद रहे हैं. प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों डीएपी खाद पर्याप्त मात्रा में समय पर किसानों को नहीं मिलना किसानों के लिए सिर दर्द बना हुआ है. उर्वरक की उपलब्धता के मामले में प्रशासन की सभी तैयारियां फैल नजर आ रही है. 450 में यूरिया व 1650 रूपये में मिल रहा डीएपी कृषि विभाग के अनुसार यूरिया का निर्धारित मूल्य 266 रुपये एवं डीएपी 1350 रुपये प्रति बोरा है. लेकिन बाजार में 266 के बजाय 450 रुपये में यूरिया व करीब 1650 रुपये प्रति बोरी डीएपी मिल रहा है. किसानों ने बताया कि जान बूझकर खाद दुकानदार खाद की किल्लत बताते हैं. ताकि दुकानदार मनमाने कीमत पर खाद बेच सके. प्रखंड क्षेत्र के किसान बरेरवा वार्ड नम्बर 14 निवासी सुरेन्द्र साह, गजहर वार्ड नम्बर 4 निवासी ओमप्रकाश मंडल, दिलीप कुमार, मटकुरिया वॉर्ड नंबर 6 निवासी अभिजीत यादव, रविन्द्र साह, अमित यादव, आशीष यादव, कुशहा निवासी शंभू यादव, विलास यादव, सीताराम यादव आदि ने बताया कि अभी गेहूं, मक्का आदि फसलों का पटवन हो रहा है. इसके लिए किसानों को उर्वरक की काफी आवश्यकता पड़ती है. लेकिन उनलोगों को आसानी से खाद नहीं मिल रहा है. अधिक मूल्य भुगतान कर वे लोग खाद लेने को विवश हैं. कहते हैं एएसओ मामले को लेकर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी राहुल कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा यूरिया 266 एवं डीएपी खाद 1350 रुपये की प्रति बोरी मूल्य निर्धारित है. अगर अधिक मूल्य में उर्वरक मिल रहा है तो दुकानदार पर विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी. वहीं प्रखंड कृषि पदाधिकारी अरविंद कुमार रवि ने बताया कि मामले की जांच कर दोषी दुकानदारों के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी.
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