वीरपुर. नगर पंचायत में नगर सौंदर्यीकरण योजना के तहत 01 करोड़ 14 लाख 81 हजार 250 रुपये की लागत से विभिन्न जगहों पर 1250 स्ट्रीट लाइट लगायी गयी, जिनमें से अधिकांश लाइट पिछले चार माह से खराब पड़ा हुआ है. यहां तक कि दीपावली और छठ पर्व के दौरान भी लाइट को ठीक नहीं कराया गया. जिससे नगरवासियों में नाराजगी है. लोगों के आक्रोश के बाद नगर पंचायत के मुख्य पार्षद सुशील कुमार ने लाइट लगाने वाली कंपनी को बार-बार फोन और पत्र के माध्यम से लाइट के खराब होने की सूचना दी. लेकिन कंपनी शारदा इंटरप्राइजेज द्वारा लाइट ठीक कराने या बदलने की प्रक्रिया में रुचि नहीं ली जा रही है. उपमुख्य पार्षद रीमा दास ने बताया कि नगर क्षेत्र को सुंदर बनाने के लिए लाइट की व्यवस्था की गई थी. लेकिन तत्कालीन ईओ मीनाक्षी कुमार द्वारा गलत संवेदक का चयन किया गया. मामले को लेकर पत्राचार भी किया गया था. बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं वार्ड नंबर 08 के पार्षद कमल सिंह ने लाइट खरीद में घोटाले का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है. पूर्व चेयरमैन तनवीर आलम ने कहा कि लाइट छह महीने पहले लगाया गया है जिसमे भारी लूट हुई है. क्योंकि जिस समय स्ट्रीट लाइट लगाया गया उसी समय से लाइट ख़राब थे. तत्कालीन ईओ मीनाक्षी कुमारी व चेयरमैन द्वारा लाइट की खरीद की प्रक्रिया में काफ़ी अनियमितता बरती गई है. पूछे जाने पर मुख्य पार्षद सुशील कुमार ने बताया कि मेरे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार हैं. क्योंकि लाइट खरीद करने का काम संबंधित एजेंसी का है. इससे मुझे क्या मतलब है. लगातार लोगों की शिकायत पर संबंधित एजेंसी को कॉल किया गया और पत्र के माध्यम से जानकारी दी गई. लेकिन इस कार्य में अभिरुचि नहीं लेने के चलते आगामी बैठक में संबंधित एजेंसी शारदा इंटरप्राइजेज के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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