कोसी नदी के रास्ते भारतीय प्रभाग में आये जंगली जानवर ने दो लोगों की ली जान, जानवर को रेस्क्यू की मांग
वन विभाग ने खड़े किये हाथ, कहा जानवर को काबू के लिए नहीं है संसाधन
– इलाके में डर का माहौल – वन विभाग ने खड़े किये हाथ, कहा जानवर को काबू के लिए नहीं है संसाधन – प्रशासन ने पूर्वी तटबंध खाली करने का जारी किया निर्देश रतनपुर. बसंतपुर प्रखंड क्षेत्र के भगवानपुर पंचायत के रानीगंज वार्ड 02 में जंगली जानवर (अरना भैसा) ने बुधवार को आतंक मचाना शुरू कर दिया. वहीं रानीगंज निवासी भूमि मंडल (65) एवं मुकेश कुमार यादव (24) के ऊपर हमला कर दिया. जिसके बाद दोनों की मौत हो गयी. आक्रोशित लोगों ने सीमावर्ती इसके में बॉर्डर रोड एवं एनएच 106 को जाम करके प्रशासन से जंगली जानवर को रेस्क्यू करने की मांग करने लगे. बताया जा रहा है कि भुनेश्वर मंडल पटुवा को तैयार होने के लिए पानी में डाल रहे थे. उसी दौरान जंगली जानवर ने हमला कर दिया. शोर मचाने पर आसपास के लोग बचाने के लिए दौड़े. लोगो की भीड़ देख जंगली जानवर ने भीड़ पर भी हमला कर दिया. भीड़ में पीछे रह गए मुकेश कुमार यादव के ऊपर भी हमला कर घायल कर दिया. जख्मी मुकेश को अनुमंडलीय अस्पताल वीरपुर ले गया. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही भीमनगर थानाध्यक्ष दीपक कुमार, रतनपुर थानाध्यक्ष कृष्णा कुमार सिंह, 112 की गाड़ी दलबल के साथ एवं बसंतपुर सीओ हेमंत अंकुर, बीपीआरओ प्रवीण कुमार प्रभाकर घटना स्थल पर पहुंचे. दोनों मृतक के परिजन से मिले. जंगली जानवर के रेस्क्यू के संबंध में वन विभाग से वार्तालाप की. प्रशासन द्वारा माइकिंग कर पूर्वी कोसी तटबंध को खाली करने का निर्देश दिया. वहीं वन विभाग की टीम को सूचना मिलने पर लगभग 04 घंटे विलंब से कुछ गार्ड पहुंचे, लेकिन तबतक रेस्क्यू की कोई पहल नहीं की जा सकी. पूर्वी कोसी तटबंध को पूरब साइड जंगली जानवर उत्पात मचाता रहा. लेकिन वन विभाग के कानों पर जूं तक भी नही रेंगा. बता दें कि कोसी नदी के रौद्र रूप ने लोगों का जीवन तबाह कर रखा था. कोसी नदी के रास्ते पानी में आये दर्जनों जंगली जानवर लोगों के जान लेने पर तुले हैं. इस बीच एक हिरण को भी पकड़ कर वन विभाग के हवाले कर दिया गया था. रानीगंज में दोनों मृतक का घर लगभग 200 मीटर की दूरी पर है. रेंजर अजय ठाकुर ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है. विभाग के उच्चाधिकारी एवं अन्य लोग पहुंच रहे हैं. उनके पास ऐसे जानवरों को रेस्क्यू करने के लिए संसाधन नहीं है. यदि आतंक अधिक होगा तो पटना की टीम को मंगा कर रेस्क्यू किया जाएगा. बसंतपुर सीओ हेमंत अंकुर ने बताया कि दुखद घटना हुई है. सरकारी प्रावधान अनुसार उचित मुआवजा दी जाएगी.
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