शादी समारोह में गोलीबारी की घटना में जख्मी युवक ने 170 दिन बाद तोड़ा दम, परिजनों में मचा कोहराम
परिजनों ने बताया कि पांच माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अब तक पुलिस एक भी आरोपित को नहीं पकड़ पायी है
सुपौल. सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत गोपालपुर सिरे पंचायत के वार्ड नंबर 01 में गोलीबारी की घटना में जख्मी अखिलेश मंडल की इलाज के क्रम में शनिवार को मौत हो गयी. वह सहरसा के एक निजी क्लिनिक में भर्ती था. रविवार को सदर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया गया. अखिलेश की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है. परिजनों ने बताया कि पांच माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अब तक पुलिस एक भी आरोपित को नहीं पकड़ पायी है.
15 मार्च को थाने में दिया गया था आवेदन
गोलीबारी की घटना को लेकर मृतक के भाई रविंद्र मंडल ने 15 मार्च को थाना में आवेदन देकर चार लोगों को नामजद किया था. दिये आवेदन में बताया गया था कि 07 मार्च को गणेश मंडल की पुत्री की शादी थी. जिसमें उनका भाई अखिलेश मंडल भी मौजूद था. शादी का कार्यक्रम चल ही रहा था कि तभी रात्रि करीब 12 बजे गोपालपुर सिरे वार्ड नंबर 04 निवासी चंद्रजीत उर्फ किशन मंडल, रंजीत मुखिया, सुजीत मंडल व मधुबनी जिला के भेजा निवासी नरेश मुखिया शादी में उपस्थित महिलाओं के साथ छेड़खानी करने लगे. जिस पर उसका भाई उन्हें रोकने का प्रयास किया. इसी क्रम में सभी आरोपियों ने उसकी भाई की पिटाई शुरू कर दिया. तभी चंद्रजीत उर्फ किशन मंडल ने गोली चला दिया. जो उसके भाई के बाएं कंधे में धंस गयी. घटना के बाद शादी समारोह में मौजूद लोग घायल अवस्था में उसके भाई को सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच दरभंगा रेफर कर दिया. लेकिन मरीज की नाजुक स्थिति देख उसे सहरसा के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया. जहां उसकी मौत हो गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है