पटना के इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (IGIMS) में इलाज कराने आ रहे मरीजों के लिए राहत भरी खबर है. अब यहां नियमित रूप से ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा बहाल करने की कवायद शुरू होने जा रही है. इसके लिए यहां 29 नये हृदय रोग के डॉक्टर आ रहे हैं. इनमें जूनियर व सीनियर दोनों डॉक्टर शामिल हैं.
डॉक्टरों की कमी के कारण नहीं शुरू हो पाई है ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा
दरअसल आइजीआइसी की नयी बिल्डिंग में सभी तरह की सुविधाएं बहाल की गयी हैं, लेकिन यहां डॉक्टरों की कमी के कारण खासकर ओपन हार्ट सर्जरी की सुविधा आज तक शुरू नहीं हो पायी है. संस्थान प्रशासन ने सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी का हवाला देते हुए इस सुविधा पर रोक लगा दी थी. डॉक्टरों की बहाली के लिए स्वास्थ्य विभाग से मांग भी की गयी थी. जिसको देखते हुए विभाग ने मुहर लगा दी है.
ओपन हार्ट सर्जरी के लिए खरीदे जायेंगे इंप्लांट
कार्डियोलॉजी, कार्डियो थोरेसिक एंड वेस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस), दवा व सर्जरी में उपयोग होने वाले जरूरी उपकरण व इंप्लांट भी खरीदे जायेंगे. इससे हार्ट के मरीजों की एंजियोप्लास्टी, ओपन हार्ट सर्जरी, सर्जरी व डिजिटल सब्सट्रेक्शन एंजियोग्राफी (डीएसए) मशीन से ब्रेन की एंजियोग्राफी होने की उम्मीद है.
29 नये सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टर मिलेंगे
वहीं संस्थान के निदेशक डॉ सुनील कुमार का कहना है कि बीते दो सालों से आइजीआइसी में कई नयी सुविधाओं को बहाल किया गया है. जल्द ही यहां जो कमियां रह गयी हैं उसे पूरा कर लिया जायेगा. संस्थान प्रशासन को 29 नये सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टर मिलेंगे, जिससे यहां ओपन हार्ट सर्जरी सहित अन्य सभी सुविधाएं सुपरस्पेशयलिटी स्तर पर मिलने लगेंगी.