मानपुर. मानपुर प्रखंड के परोरिया स्थित केवला पहाड़ी समीप निर्मित इंडियन ऑयल अदानी गैस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा मदर स्टेशन व सिटी गैस स्टेशन का उद्घाटन बुधवार को धूमधाम से किया गया. इस संबंध में भौगोलिक हेड लोकेश कुमार, प्रबंधक हेड अजय कुमार सिंह ने बताया कि गया व मानपुर शहर के लोगों को बहुत जल्द पाइपलाइन के द्वारा प्राकृतिक गैस (रसोई गैस) सप्लाइ शुरू कर दी जायेगी. इससे शहर वासियों एवं उपभोक्ताओं को सस्ता गैस और सुरक्षा भी प्राप्त होगी. इस मौके पर ऑटो जागरूकता रैली की भी शुभारंभ किया गया. इस मौके पर वरीय अभियंता अभिषेक आनंद, आशुतोष पटनायक, सूरज प्रकाश, जयप्रकाश, प्रेम कुमार समेत अन्य लोग मौजूद थे.
परियोजना पूरा करने के लिए आठ वर्षों का लक्ष्य
इंडियन ऑयल अडानी गैस प्राइवेट लिमिटेड को गया एवं नालंदा जिला को सिटी गैस नेटवर्क बिछाने पीएनजीआरदी को अधिकृत किया गया है. गया जिला और नालंदा जिला के घरों में विस्तार एवं वाहनों में ईधन दिया जाएगा. यह परियोजना गया जिला को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति गेल प्राइवेट पाइप लाइन के द्वारा परोरिया गांव के पास पथरा गांव में टर्मिनल तैयार किया गया है. यह टर्मिनल चालू कर दिया गया है. यह परियोजना 8 वर्षों के लिए लक्ष्य रखा गया है कुल लागत राशि 450 करोड़ रूपया है और यह प्रोजेक्ट आठ वर्षों के लिए है.
प्रथम चरण में 24 किमी पाइप लाइन
गया शहर के प्रथम चरण में गैस वितरण परियोजना के तहत 2024 जनवरी तक कुल 45 किलोमीटर स्टील पाइप लाइन बिछाई जाएगी. 25 किलोमीटर एमडीपीई पाइपलाइन बिछाई जाएगी. अधिकारियों को कहा कि पाइप लाइन बिछाने का कार्य और तेजी से किया जाए, जिससे जो लक्ष्य रखा गया है, गैस आपूर्ति के लिए को लक्ष्य समय पर पूरा हो सके. इससे गयाजी के लोगों को ईंधन 25 प्रतिशत सस्ता और पेट्रोल 65 प्रतिशत सस्ता के रूप में एक किलो सीएनजी 75 रुपया में मिल सके. यह योजना जनता के लिए लाभकारी है.
बिहार के कई शहरों में चल रही योजना
बिहार के सभी शहरों में किचेन तक पाइप से गैस की सप्लाई की योजना पर काम चल रहा है. अभी बिहार में ऐसी 8 परियोजनाओं पर काम हो रहा है. अगले पांच से सात साल में बिहार के सभी शहरों में पाइपलाइन से रसोई गैस की आपूर्ति करने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन बिहार में चल रही कई परियोजनाएं समय से नहीं चल रही है. 2024 तक पूरी हो जानेवाली परियोजनाएं अब 2028 तक पूरी होने की बात कही जा रही है. मुजफ्फरपुर समेत कई शहरों में चल रहीं परियोजनाएं अपनी डेडलाइन से तीन माह से डेढ़ साल तक लेट चल रही है. सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन की 8 परियोजनाओं में सात का काम आईओसीएल (इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड) देख रही है.
पटना में भी चल रहा है तेजी से काम
इधर, राजधानी पटना में पाइपलाइन बिछाने का काम गेल के जिम्मे हैं. लागत के आधार पर देखा जाये तो सबसे अधिक लागत समस्तीपुर – मुजफ्फरपुर – वैशाली – सारण प्रोजेक्ट का है. इसकी कुल लागत 2996 करोड़ है. इन चारों जिलों में फरवरी 2028 तक पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा कर लेने की बात कही जा रही है. लेकिन, जमीन से लेकर अन्य बाधाओं को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि यह परियोजना तय समय पर पूरा कर लिया जायेगा. वैसे अब इसके लिए नयी डेडलाइन अगस्त 2029 तय की गयी है. इसके अलावा मुजफ्फरपुर-मोतिहारी एलपीजी पाइपलाइन बिछाने का काम भी मार्च 2023 में पूरा हो जाएगा. 403 करोड़ की इस परियोजना का काम दिसंबर 2022 में ही पूरा होना था.
बिहार में चल रही है कुल 12 परियोजना
इसी प्रकार, पटना में 359.25 करोड़ की लागत से गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) पाइपलाइन बिछा रही है. पाइपलाइन बिछाने का काम सबसे पहले पटना में ही शुरू हुआ, जिसे अक्टूबर 2022 में पूरा होना था, लेकिन अब ये परियोजना अक्टूबर 2023 में पूरा होगी. यह प्रोजेक्ट भी 12 माह लेट पूरा हो चुका है. पेट्रोलियम मंत्रालय के पूरे देश में 150 से अधिक प्रोजेक्ट चल रहे हैं. बिहार-झारखंड में 12 प्रोजेक्ट चल रहे हैं. इसमें 8 बिहार और 4 झारखंड के हैं.