जनता कर्फ्यू का समर्थन: मुस्लिम परिवार ने टाली बेटे की शादी

संगरॉव के मुस्लिम परिवार ने लड़के की शादी रोक दिया. राजपुर के संगरॉव से उतर प्रदेश के मिर्जापुर जिला में जाना था बारात

By Radheshyam Kushwaha | March 23, 2020 6:45 AM

बक्सर. बिहार में घर-घर कोरोना का खौफ है. लोगों में इसे लेकर दहशत भी देखा जा रहा है. वही केंद्र सरकार द्वारा 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का समर्थन करने की अपील की गई थी. पूरे देश में इसका समर्थन भी मिला. वही बिहार के बक्सर जिले के संगरॉव गांव के रहने वाले मुस्लिम समुदाय के सदस्य रोजन अली के लड़के की शादी रविवार को होने वाली थी, मगर जनता कर्फ्यू का समर्थन करते हुए मुस्लिम परिवार ने शादी को फिलहाल रोककर मिसाल पेश किया है. जो चर्चा का विषय बन गया है. जबकि शादी के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी थी. शादी से पूर्व होने वाली रस्म भी पूरा कर ली गयी थी. विगत कई माह पूर्व रोजन अली के लड़के मो इस्ताक की शादी उतर प्रदेश के मिर्जापुर जिला अंतर्गत रानी बाग डिहरी गांव के रहने वाले मो जलील की पुत्री आसमां के साथ बड़ी धूमधाम के साथ होने वाली थी.

खुशी के माहौल में दोनों परिवार के तरफ से अपने-अपने रिश्तेदारों के पास आमंत्रण पत्र भी भेंज दिया गया था. सभी रस्म रिवाजों की अदायगी भी पूरी कर ली गयी है. घर पर शादी को लेकर महिला और पुरुष रिश्तेदार भी आ गये हैं. ऐसे में शनिवार को प्रधानमंत्री का जनता के नाम जनता कर्फ्यू के अपील को सुनते ही परिवार के सभी सदस्यों ने तत्काल निर्णय लेते हुए इस शादी को रोककर अगले दिन 23 मार्च को सोमवार के दिन बारात ले जाने की घोषणा की. क्या कहते हैं लड़के के पिता संक्रमण से बचाव के लिए कर्फ्यू का समर्थन करते हुए हमने इस शादी को रोक दी है. हालांकि इसके लिए गाड़ी से लेकर हलवाई तक को भाड़े पर ठीक किया गया था. परंतु सभी से बात करके इसे टाल दिया गया है. उन लोगों ने भी हमारा समर्थन किया है.

ग्रामीणों और दुकानदारों ने जनता कर्फ्यू का किया समर्थन

वैश्विक महामारी का रूप ले चुका कोरोना वायरस से बचाव को ले लेकर प्रखंड के सभी गांव के ग्रामीणों एवं दुकानदारों ने भी सुरक्षा के दृष्टिकोण से जनता कर्फ्यू का समर्थन किया. सरकार द्वारा घोषणा के बाद रविवार के दिन क्षेत्र के इसापुर, संगरॉव, तियरा, राजपुर सहित अन्य बाजार के दुकानदारों ने एक दिन पूर्व से लोगों से अपील कर सामान की खरीदारी करने के लिए कहा था. रविवार के दिन अहले सुबह खुलने वाली सभी दुकानें पुरी तरह से बंद थी.चारों तरफ सुनसान था. ग्रामीणों ने भी एहतियात बरतते हुए घर से बाहर निकलना उचित नहीं समझा. सभी लोग अपने घरों में टीवी देखते नजर आये. कुछ लोग अपने खेतों में काम करते नजर आये.

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