बिहार में साइबर क्राइम के खिलाफ सर्जीकल स्ट्राइक, EOU ने 10 जिलों में कार्रवाई कर कई आरोपियों को दबोचा

एसपी सुशील कुमार ने आपरेशन को लीड करते हुए सभी जिलों के एसएसपी- एसपी से बल लेकर टीमों का गठन किया. इन टीमों को 11 फरवरी को सुबह आठ बजे मूव करने का आदेश मिला. आपरेशन में लगभग 50 पदाधिकारी और 200 की पुलिस कर्मी थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 13, 2023 9:03 PM
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बिहार में साइबर अपराध को नियंत्रण करने के लिए नोडल एजेंसी आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने राज्यव्यापी अभियान शुरू कर दिया है. 11 फरवरी की दोपहर से 12 फरवरी की आधी रात तक पटना सहित सभी जिलों में छापेमारी की गयी. दस जिलों के 19 स्थानों से 30 साइबर अपराधी दबोचे गये हैं. इसमें नवादा के वारिसलीगंज के गांव चकवाय से तीन नर्तकियों के साथ पार्टी कर रहे 17 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. वैशाली से तीन, नवगछिया- भागलपुर से दो-दो, मोतिहारी, नवादा, औरंगाबाद, कैमूर, बेतिया और नालंदा से एक- एक साइबर अपराधी पकड़ा गया है. इनमें भारी मात्रा में कैश और साइबर अपराध में उपयुक्त होने वाले उपकरण बरामद हुए हैं. इस कार्रवाई के दौरान खगड़िया, नालंदा और पूर्णिया में एक- एक एफआइआर दर्ज करायी गयी है. राज्य में पहली बार इस तरह की कार्रवाई की गयी है.

एसपी सुशील कुमार ने आपरेशन को किया लीड

डीजीपी आरएस भट्टी और एडीजी इओयू नैयर हसनैन खान के साथ बैठक कर एडीजी ने एसपी सुशील कुमार को साइबर क्राइम के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिये थे. इसके बाद आर्थिक अपराध इकाई ने राज्य भर में साइबर क्राइम हॉटस्पाट को चिह्नित करने के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया था. साइबर गिरोहों की पहचान कर स्थानीय सोर्स बनाये गये थे. एसपी सुशील कुमार ने आपरेशन को लीड करते हुए सभी जिलों के एसएसपी- एसपी से बल लेकर टीमों का गठन किया. इन टीमों को 11 फरवरी को सुबह आठ बजे मूव करने का आदेश मिला. आपरेशन में लगभग 50 पदाधिकारी और 200 की पुलिस कर्मी थे. आर्थिक अपराध इकाई के छह डीएसपी, दाे इंस्पेक्टर तथा एक दारोगा अपनी- अपनी टीम के साथ जिलों में पहले की कैंप करने भेज दिये गये थे.

पहले एफआइआर करायी, फिर टीम निकलीं

साइबर अपराधियों को किसी चूक का लाभ न मिले इसके लिए जिन ऑनलाइन शिकायतों पर एफआइआर नहीं हुई थीं उनमें शिकायत कर्ता को बुलाया गया. शिकायत का सत्यापन कर एफआइआर दर्ज की गयी. इसके बाद कार्रवाई की गयी. इससे अन्य राज्यों में प्रतिवेदित कांडों में गिरफ्तार साइबर अपराधियों को रिमांड पर लिया जा सकेगा. छापा दलों को तकनीकी सहायता देने के लिये एसपी सुशील कुमार लगातार तकनीकी टीम के साथ तैनात रहे.

कूपन कोड से सामान मंगाकर कमाये लाखों रुपये, जामताड़ा कनेक्शन

डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम मोतिहारी एवं बेतिया गयी थी. मोहल्ल बलुआ स्थित बलुआ मस्जिद के पास मकान में छापामारी करते हुये पवन कुमार उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया गया. उसके पास से साइबर अपराध से संबंधित मोबाईल लैपटॉप ईमेल आईडी एवं एक लाख 85 हजार रुपये बरामद हुआ. पवन की सांठगांठ जामताड़ा साइबर अपराधियों से है. जामताड़ा के अपराधी साइबर ठगी कर लोगों के खातों से उड़ाये क्रोमा कूपन, कोड तनिष्क कूपन और ब्लू कूपन आदि, वेबसाइट से खरीद कर वाट्सएप के माध्यम से पवन कुमार उर्फ सोनू (गिरफ्तार अपराधी ) भेजे कूपन कोड को क्रोमा की वेबसाइट https://www.couponcode.in पर जाकर कूपन खरीददारी कर सामान मंगाता था. उस सामान को 10 फीसद के डिस्काउंट पर बेच देता था. तीस फीसदी खुद रखता था. बाकी रुपया जामताड़ा गिरोह को भेज देता था. पवन पुलिस को देख छत से कूद गया था इससे उसका पैर टूट गया. उसे अस्पताल में भर्ती कराया है. सरगना रोहित मंडल के नाम व पते के सत्यापन के लिए पुलिस टीम को जामताड़ा भेजा जायेगा. पवन सहित रोहित के चिन्हित सभी बैंक एकाउंट को फ्रीज किया जायेगा. उनके बैंक एकाउंट का डिटेल खंगाला जा रहा है.

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