ग्रामीण कार्य विभाग मधुबनी के प्रधान लिपिक सुभाष कुमार (Raid at clerks house) के यहां निगरानी विभाग की टीम ने शुक्रवार को छापेमारी की. पटना से आयी निगरानी विभाग की टीम को इस दौरान 27 लाख रुपये के अलावा आधा किलो सोने के जेवरात, कई बैंकों की पासबुक, जमीनों के दस्तावेज मिलने की बात कही जा रही है. देर शाम तक छापेमारी जारी रही. निगरानी विभाग की टीम के सदस्यों का कहना है कि सुभाष कुमार को जैसे ही पता चला कि निगरानी विभाग की टीम छापेमारी करने आयी है. वो रूपये से भरा बोरा सड़क पर फेंकना शुरू कर दिया था. संयोगवश टीम की इसपर नजर पड़ गई और रूपये से भरा बोरा को जब्त कर लिया.
जानकारी के अनुसार निगरानी विभाग के अधिकारी सुबह 11 बजे बहादुरपुर थाना क्षेत्र के पंडासराय स्थित सुभाष कुमार के आवास पर पहुंचे. मुख्य द्वार बंद था. अधिकारियों ने गेट खोलने के लिए आवाज लगायी. गेट खोलने कोई नहीं आया. इस बीच एक भरा बोरा बगल की झाड़ी में ऊपर से फेंक दिया गया. उसे अधिकारियों ने देख लिया. टीम ने बोरे को जब्त कर लिया. उसमें रुपये भरा था. काफी देर बाद मुख्य द्वार खोला गया. अधिकारी अंदर गये और जांच शुरू की.
निगरानी विभाग के डीएसपी कन्हैया कुमार ने बताया कि ग्रामीण कार्य विभाग के लिपिक सुभाष कुमार के यहां छापेमारी की जा रही है. उनके विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति मामले में निगरानी थाना में मामला दर्ज किया गया है. छापेमारी इसी कांड में चल रही है. बताया कि अभी 27 लाख रुपये व 10 लाख के जेवरात, सात-आठ बैंकों की पासबुक के अलावे जमीन से संबंधित कागजात मिले हैं. डीएसपी ने बताया कि बरामद राशि व संपत्ति की मात्रा और बढ़ सकती है. जांच जारी है.
सुभाष कुमार के ससुर जयप्रकाश सिन्हा दरभंगा डीएम कार्यालय में सहायक के पद पर कार्यरत हैं. उनके मकान में भी छापेमारी की गयी है. पूर्व में सुभाष अपनी पत्नी के नाम से वहां कंपनी चलाता था. हालांकि वहां कोई संपत्ति नहीं मिली.
टीम में 26 सदस्य शामिल हैं. अलग-अलग तीन जगहों पर टीम ने छापेमारी की. निगरानी विभाग के अधिकारी संजीव कुमार के नेतृत्व में सुभाष कुमार के होटल व मॉल में छापेमारी जारी है.