निगरानी की टीम ने शनिवार को वैशाली एसपी के पूर्व रीडर एसआइ अनिल प्रसाद के पटना व हाजीपुर आवास पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान अनिल के आवास से एक करोड़ 55 लाख से अधिक की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है. निगरानी ने उसके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया है.
निगरानी की टीम ने पटना के बेउर इलाके में तेजप्रताप नगर स्थित पांच हजार वर्गफीट जमीन पर निर्मित एक पांच मंजिला व एक तीन मंजिला भवन की तलाशी ली . तलाशी के क्रम में साढ़े पांच लाख के सोना एवं चांदी के जेवरात पाये गये. छह डीड जमीन के कागजात बरामद हुए, जिसकी कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रुपये है. इसके अलावा दो डीड जमीन मिले, जिसकी कीमत दस लाख रुपये से अधिक की है.
डीडी को बैंक में बंधक रखकर ऋण लिया गया है. 17 बैंकों के पासबुक और पांच डेबिट कार्ड मिले है. प्रसाद के आवास से बजाज एलियांज, आइसीआइसीआइ बैक में निवेश संबंधित कागजात बरामद हुआ है. एक हुडई क्रेटा तथा एक मारुति सुजुकी स्विफ्ट के कागजात भी बरामद हुए.
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सूत्रों के मुताबिक एक मकान के ग्राउंड फ्लोर पर महाराजा इलेक्ट्रोनिक एवं टायर गोदाम, दूसरे मंजिल पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का कार्यालय, तीसरी मंजिल पर कंप्यूटर हब, चौथे मंजिल पर आइसीआइसीआइ बैक के फाइनेंसर का कार्यालय पाया गया है. निगरानी टीम की तलाशी कार्य अभी जारी है.
हाजीपुर एसपी कार्यालय के जन शिकायत कोषांग के पदाधिकारी एसआई अनिल प्रसाद का विवादों से पुराना नाता रहा है. एसआई पर महनार एसडीपीओ के रीडर रहते हुए जमीन की बिक्री व नौकरी लगाने के नाम पर ठगी का आरोप भी लग चुका है. दिसंबर 2020 में जमीन बिक्री का झांसा देकर 26.50 लाख की ठगी में बेऊर थाने की पुलिस ने अनिल को जेल भी भेजा था.
Posted by: Radheshyam Kushwaha