बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले पूछेगा चुनाव आयोग, लोग क्यों नहीं बनते मतदाता और क्यों नहीं करते मतदान

बिहार में लोकसभा चुनाव में मतदाताओं की कम भागीदारी को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा फीडबैक लेने के लिए बेसलाइन सर्वे कराया जा रहा है. इसमें हर बूथ के मतदाताओं से यह समझने की कोशिश होगी कि मतदाता सूची में नाम शामिल कराने के लिए लोग क्यों उदासीन रहते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 7, 2023 4:09 AM

शशिभूषण कुंवर, पटना. बिहार में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने और अधिक- से -अधिक सहभागिता को लेकर निर्वाचन विभाग शनिवार से बेसलाइन सर्वे कराने जा रहा है. राज्य के 243 विधानसभा क्षेत्रों में सर्वे का काम 25 जुलाई तक पूरा कर लिया जायेगा. बेसलाइन सर्वे में हर विधानसभा क्षेत्र के 20 बूथों का चयन किया गया है. हर विधानसभा के 10 वैसे बूथों के मतदाताओं से फीडबैक लिया जायेगा, जहां पर सर्वाधिक मतदान हुआ है. वैसे 10 बूथों के मतदाताओं से भी बात की जायेगी कि वहां कम मतदान होने की वजह क्या रही है. इसको लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा जारी निर्देश राज्य के सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारियों को प्राप्त हो चुका है. सर्वे में पूछे गये सभी प्रकार के जवाब को बेसलाइन सर्वे एप पर अपलोड किया जायेगा.

चुनाव आयोग करा रहा बेसलाइन सर्वे 

बिहार में लोकसभा चुनाव में मतदाताओं की कम भागीदारी को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा फीडबैक लेने के लिए बेसलाइन सर्वे कराया जा रहा है. इसमें हर बूथ के मतदाताओं से यह समझने की कोशिश होगी कि मतदाता सूची में नाम शामिल कराने के लिए लोग क्यों उदासीन रहते हैं. आखिर लोकसभा या विधानसभा चुनाव में मतदान कम क्यों होता है. इसको लेकर क्या-क्या बाधाएं हैं जिसके कारण मतदान कम होता है.

मतदान में भागीदारी को लेकर किया जाएगा प्रेरित 

सर्वे के दौरान वैसी समूह के मतदाताओं की पहचान करनी है जहां पर मतदाता सूची में नाम शामिल कराने और कम मतदान कराने वाले हैं. ऐसे समूहों के बीच संवाद को लेकर सभी प्रकार के अभियान को कैसे चलाया जाये, जिससे मतदान बढ़े. सर्वे के दौरान मतदाता सहभागिता बढ़ाने को लेकर काम करने वाले समूहों की भूमिका की पहचान की जायेगी. अखबारों के माध्यम से होने वाले प्रचार-प्रसार का मूल्यांकन किया जायेगा. मतदान को लेकर सामान्य मतदाताओं और खासकर युवा महिला मतदाताओं की मतदान में भागीदारी को लेकर कैसे प्रेरित किया जाये. सर्वे के दौरान सभी सूचनाओं का प्रॉसेस करके आगे की योजना तैयार की जायेगी. मकसद है कि अत्याधिक मतदाता अपना नाम सूची में शामिल करायें और सर्वाधिक मतदान का प्रतिशत बढ़े.

Also Read: पटना का करबिगहिया फ्लाइओवर साल भर से बनकर तैयार, इस वजह से बाधित है रैंप का काम

Next Article

Exit mobile version