राज्यभर के 20 जिलों के 1385 गांवों में किसानों की जमीन का सर्वेक्षण शुरू कर दिया गया है. इसमें 212 गांवों में सर्वेक्षण का काम पूरा कर लिया गया है. डिजिटल क्रॉप सर्वे खरीफ 2024 के तहत इन गांवों के कुल 4 लाख 11 हजार 768 भूखंडों का सर्वेक्षण हो चुका है.
15 नवंबर तक सर्वे पूरा करने का आदेश
अरवल, शेखपुरा, कटिहार, बांका, सुपौल, जहानाबाद, अररिया, मधेपुरा, सीतामढ़ी, बेगूसराय, किशनगंज, जमुई, खगड़िया, मुंगेर, नालंदा, लखीसराय, सहरसा, शिवहर, पश्चिमी, चंपारण, पूर्णिया में डिजिटल क्रॉप सर्वे कराया जा रहा है. लगभग 24 फीसदी से अधिक प्लॉट का सर्वे किया जा चुका है. अरवल, शेखपुरा और कटिहार में 10 फीसदी से कम सर्वेक्षण हुए हैं. शेष जिलों में 10 से लगभग 44 फीसदी तक सर्वे हो चुका है. पूर्णिया में सबसे अधिक लगभग 86 फीसदी से अधिक सर्वे का कार्य पूर्ण किया जा चुका है. विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 15 नवंबर तक डिजिटल क्रॉप सर्वे का कार्य पूरा करने का आदेश जारी किया गया है.
20 जिलों के 2152 गांवों में होना है सर्वे
राज्य के 20 जिलों के 2152 गांवाें के कुल 16 लाख 80 हजार 377 भूखंडों पर सर्वे किया जाना है. इसके लिए 1093 सर्वेयर लगाये गये हैं. इन सर्वेक्षकों को 16 लाख 75 हजार भूखंडों के सर्वेक्षण का कार्य सौंपा गया है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, 1093 में कुल 893 सर्वेक्षक सक्रिय रूप से डिजिटल सर्वे का काम कर रहे हैं.
क्या है डिजिटल क्रॉप सर्वे
डिजिटल सर्वे के तहत किसानों की खेत का विवरण तैयार किया जा रहा है. किस इलाके में किसान कौन सी फसल लगा रहे हैं, इसका ब्योरा तैयार किया जा रहा है. कितने क्षेत्रफल में फसल लगायी गयी, इसका इसका विवरण तैयार हो रहा है.
क्या हैं फायदे
इस सर्वे के बाद सरकार के पास किसानों की जमीन और उस जमीन पर लगायी फसल का विवरण उपलब्ध रहेगा. इससे पता चल सकेगा कि किस एरिया में किसान कौन सी फसल लगा रहे हैं. किसानों को मुआवजा समेत अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ देना आसान हो जायेगा.