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बिहार में बाढ़ और बारिश से फसलों को हुए नुकसान का सर्वे शुरू, जिलों से मांगी गयी रिपोर्ट

यास तूफान से हुए नुकसान का सर्वे अंतिम चरण में पहुंच जाने के बाद अब बाढ़ और बारिश से फसलों को हुए नुकसान का सर्वे भी शुरू करा दिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 6, 2021 8:43 AM

पटना. प्राकृतिक आपदा से पीड़ित किसानों को विभिन्न योजनाओं के जरिये सरकार मदद पहुंचाने का काम कर रही है. यास तूफान से हुए नुकसान का सर्वे अंतिम चरण में पहुंच जाने के बाद अब बाढ़ और बारिश से फसलों को हुए नुकसान का सर्वे भी शुरू करा दिया गया है. कृषि सचिव डॉ एन सरवण कुमार ने सभी जिलों से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है.

जिन जिलों में अतिवृष्टि से बिचड़ा बर्बाद हुआ था वहां के किसानों को वैकल्पिक फसल का बीज वितरण किया जा रहा है. दस सितंबर तक यह कार्य पूरा कर लिया जायेगा. कई जिलों के डीएम ने भी सरकार से बीज का वितरण कराने को पत्र लिखा है.

कृषि सचिव डाॅ एन सरवण कुमार ने बताया कि सरकार आपदा से पीड़ित किसानों को अधिक- से -अधिक राहत देने का काम कर रही है. मुख्यमंत्री ने बाढ़ इलाके का हवाई और जमीनी सर्वेक्षण किया था. फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए जो दिशा निर्देश दिये थे, इसके तहत पीड़ित किसानों को कृषि इनपुट अनुदान योजना व आकस्मिक फसल योजना के तहत राहत दी जा रही है.

यास तूफान से हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार ने 99 करोड़ की राशि आवंटित कर दी है. बाढ़ से 25 जिलों में लगभग साढ़े चार लाख हेक्टेयर में फसल को नुकसान हुआ है. इसमें गन्ना और सब्जी की फसलें भी हैं.

सर्वेक्षण का कार्य पूरा करने के बाद राज्य सरकार का अनुमोदन लेकर कृषि इनपुट अनुदान योजना का लाभ दिया जायेगा. आपदा के नियम के अनुसार 33 प्रतिशत से कम नुकसान होने पर मुआवजा देने का प्रावधान नहीं है. जिन किसानों की फसल एक चौथाई नष्ट हुई है, उनको मुआवजा नहीं दिया जायेगा.

आकस्मिक फसल योजना की मांग

कुछ जिलों के डीएम ने कृषि विभाग को पत्र लिख कर आकस्मिक फसल योजना के तहत बीज वितरण का प्रस्ताव भेजा है़ विभाग इस पर विचार कर रहा है. कृषि सचिव ने बताया कि अतिवृष्टि से कई जिलों में बिचड़ा का नुकसान हुआ था़ उसका आकलन कर लिया गया है.

किसानों को तुरंत राहत देने के लिए आकस्मिक फसल योजना के तहत धान ,मकई, तोरिया, धान का बीज बड़े पैमाने पर वितरित कराया जा रहा है. पूर्वी – पश्चिमी चंपारण जिले में बीज बांटने का काम हो रहा है. सीतामढ़ी, शिवहर व मधुबनी में भी दस सितंबर तक बीज वितरण कर लिया जायेगा.

Posted by Ashish Jha

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