पटना. राज्य में कोरोना संक्रमण की वजह से हर खेत को सिंचाई के सर्वे का काम बाधित हो गया है. पहले इसे 15 मई तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था. अब ताजा हालात में इसे मई के अंत तक या जून के पहले सप्ताह में पूरा होने की संभावना जतायी जा रही है.
ऐसे हालत में सर्वे के बाद होने वाली सभी प्रक्रियाओं में भी देरी होने की संभावना जतायी जा रही है.सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट हर खेत को सिंचाई का सर्वे 18 जनवरी से शुरू हुआ था और इसे 100 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था.
इसके लिए जल संसाधन विभाग को नोडल बनाया गया था. जल संसाधन विभाग के अलावा लघु जल संसाधन विभाग, ऊर्जा विभाग, ग्रामीण विकास विभाग और कृषि विभाग के अधिकारियों की टीम हर खेत को सिंचाई के सर्वे में जुटी थी.
इसके तहत शुरुआती अनुमान में करीब 11 लाख हेक्टेयर को असिंचित पाया गया था. इसमें से करीब पांच लाख हेक्टेयर में सर्वे का काम पूरा कर लिया गया था. इसमें से अधिकतर किसानों ने निजी नलकूप की मांग की थी.
सूत्रों के अनुसार राज्य भर में लगाये जाने वाले करीब 1388 कृषि फीडरों से भी हर खेत को सिंचाई में मदद मिलेगी. इन फीडरों को बनाने का काम इस साल पूरा हो जाने की संभावना है. इसके साथ ही सर्वे का काम पूरा हो जाने के बाद चुनी गयी परियोजनाओं का डीपीआर बना कर निर्माण का कार्य शुरू किया जायेगा.
Posted by Ashish Jha