Hybrid Surya Grahan: साल 2023 का सबसे पहला सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) शुरू हो गया है. वैशाख की अमावस्या को लगने वाले इस ग्रहण की शुरूआत सुबह करीब 7.30 बजे से हो गयी है. ये सूर्य ग्रहण अपने आप में अद्भुत होगा. क्योंकि, सदी तीन से चार बार ही ऐसा होता है, जब संकर या हाइब्रिड किस्म सूर्य ग्रहण देखने को मिलता है. ज्योतिषाचार्य पं अजित कुमार मिश्रा बताते हैं कि ये ग्रहण साल का पहला सूर्य ग्रहण है. ये एक महत्वपूर्ण खगोलीय और ज्योतिषीय घटना है. हालांकि, ये ग्रहण पूरे भारत में नजर नहीं आएगा, ऐसे में इसे बिहार में भी देखा नहीं जा सकेगा.
ज्योतिषाचार्य पं अजीत कुमार मिश्रा बताते हैं कि इस बार सूरय ग्रहण मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में लगने वाला है. मेष राशि में सूर्य का ग्रहण करीब 19 वर्ष के बाद लगने जा रहा है. ऐसे में इसे काफी कष्टकारक माना गया है. ग्रहण के वक्त सूर्य पर राहु-केतु की छाया और शनि की वक्र दृष्टि रहेगी. इससे वृष, कन्या, तुला, धनु, मकर और मीन राशि वालों की समस्या बढ़ेगी. जबकि, ये ग्रहण भारत में दिखायी नहीं दे रहा है. फिर भी, इसका असर मनुष्य, पशु, पौधों और मौसम पर देखने के लिए मिलेगा.
Also Read: Surya Grahan 2023 Live: लग चुका है हाइब्रिड सूर्य ग्रहण, 100 साल बाद दिखा अद्भुत नजारा, जानें कितना असरदारबिहार में ग्रहण करीब 12.30 बजे खत्म हो रहा है. ग्रहण खत्म होने के बाद सबसे पहले घर को स्वच्छ करें. इसके बाद, नहाकर पूजा घर की सफाई करें. इसके बाद कम से कम एक माला ओम् घृणी सूर्याय नम: या ओम् नम: शिवाय का जाप करें. सूर्य ग्रहण के बाद गेहूं, लाल फूल, लाल वस्त्र, तांबा आदि का दान करना चाहिए. सूर्य को ये सारी चीजें पसंद है. इसके दान से राशियों पर लगे ग्रहण के बूरे प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी. इसके साथ ही, अगले 15 दिनों तक रोज सूर्य को सुबह-सुबह नहाकर जल दें.
ज्योतिषाचार्य पं अजीत कुमार मिश्रा
वैदिक ज्योतिष एवं रत्न विशेषज्ञ
8603195285
Solar Eclipse 2023 Live Stream: हाइब्रिड सूर्य ग्रहण का अदभुत नजारा यहां देखें LIVE