बिहार के रोहतास में रेलवे में नौकरी दिलाने को नाम पर बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. बड़ी बात ये है कि इस पूरे रैकेट की मास्टरमाइंड पिंकी नाम की युवती है. पिंकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सूर्यपुरा में जीएनएम के पद पर पोस्टेड है. पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब फर्जीवाड़े की जांच करने के लिए बंगाल पुलिस स्थानीय पुलिस के पास पहुंची. फिर, आरोपी पिंकी को गिरफ्तार किया गया. बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस उसे अपने साथ लेकर गयी. बंगाल पुलिस ने बताया कि आरोपी 24 वर्षीय पिंकी ने ऐसा जाल बिछाया था कि उसमें 64 युवा फंस गए. उसके विभिन्न खातों में करीब 11 करोड़ रुपये मिले हैं. जिसे पुलिस ने फ्रीज करवा दिया है.
पुलिस के मुताबिक बलिहार गांव की एक युवती के विरुद्ध कोलकाता के बालीगंज थाने में साइबर स्कैम का मामला दर्ज है. इसके बारे में जानकारी देते हुए ने पश्चिम बंगाल के बालीगंज थाना के एसआई शांतनु पाल ने बताया कि लगभग ग्यारह करोड़ से अधिक रुपये के हेराफेरी का मामला है. संभावना है कि आरोपी महिला एक बड़े गैंग का हिस्सा हो. वहीं, सूर्यपुरा की थानाध्यक्ष प्रिया कुमारी ने बताया कि पश्चिम बंगाल के सियालदह स्थित बालीगंज जीआरपी में धोखाधड़ी का मामला ऐसी स्वास्थ्य केंद्र सूर्यपुरा में जीएनएम के पद पर कार्यरत पिंकी कुमारी के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया था. आरोपी लड़की को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस उसे अपने साथ लेकर गयी है.
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बताया जा रहा है कि आरोपी पिंकी के खिलाफ दर्ज केस के मुताबिक उसने 64 युवाओं को रेलवे में नौकरी देने के नाम पर ठगा था. इसके लिए पिंकी ने फर्जी तरीके से रेलवे का नियुक्ति पत्र तैयार किया. पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब कुछ युवा नियुक्ति पत्र लेकर डीआरएम कार्यालय सियालदह पहुंचे. नियुक्ति पत्र का सत्यापन किया गया तो नियुक्ति पैनल से बिल्कुल अलग मिला. इसके बाद पुलिस पूरे मामले के जांच में लगी थी.