Bihar news: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार विधानसभा में भाजपा सदस्यों के प्रति अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने के कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को माफी मांगनी चाहिए. जहरीली शराब से लोगों की मौत पर दुखी होने और शराबबंदी की समीक्षा करने के बजाय इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री का आवेश में आना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है.
भाजपा नेता ने कहा कि सीएम बात-बात पर आपा खो रहे हैं जबकि शराबबंदी के बावजूद पिछले छह साल में प्रदेश में जहरीली शराब से एक हजार लोगों की मौत हुई है. उन्होंने आगे कहा कि भाजपा पूर्ण मद्यनिषेध के पक्ष में है. लेकिन इसकी समीक्षा होनी चाहिए और समीक्षा का मतलब शराबबंदी समाप्त करना नहीं है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार शराबबंदी लागू करने में पूरी तरह विफल हैं, जबकि यह गुजरात में बेहतर तरीके से लागू है.
सुशील मोदी ने कहा कि शराबबंदी मामले में छह लाख लोग जेल भेजे गये और केवल शराब से जुड़े मामलों में हर माह 45 हजार से ज्यादा लोग गिरफ्तार किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में रोजाना 10 हजार लीटर और महीने में तीन लाख लीटर शराब जब्त की गयी. जब इतनी बड़ी मात्रा में शराब आ रही है, तब सरकार शराबबंदी लागू करने में अपनी विफलता स्वीकार करे.