सीएचसी परिसर में मिला कोरोना का संदिग्ध, अस्पताल छोड़कर भागे डॉक्टर व कर्मी
बिहार के दरभंगा जिले के मधुबनी स्थित सीएचसी परिसर में कोरोना के संदिग्ध व्यक्ति मिलने पर अफरा-तफरी मच गयी
दरभंगा. बिहार के दरभंगा जिले के मधुबनी स्थित सीएचसी परिसर में कोरोना के संदिग्ध व्यक्ति मिलने पर अफरा-तफरी मच गयी. इस दौरान चिकित्सक और चिकित्सा कर्मी अस्पताल छोड़कर भाग निकले. बता दें कि प्रखंड क्षेत्र के बरैल गांव में पुणे शहर के आइसोलेशन वार्ड से भागकर आया एक कोरोना संदिग्ध मरीज को परिवार के लोग भी उसे भगवान भरोसे छोड़ दिया है. कुछ ग्रामीणों ने उसे गुरुवार को पीएचसी के एंबुलेंस में बिठा दिया. बता दें कि संदिग्ध को जैसे ही पता चला कि उसे भी इस वायरस की संभावना है. वह एक सप्ताह पूर्व पुणे शहर को छोड़ वापस घर लौट आया. पहले तो वह अपने समुदाय को कुछ भी नहीं बताया. स्वास्थ्य बिगड़ने पर घर में बोला तो सभी उससे दूरी बना लिया. ग्रामीणों ने उसे अस्पताल में जांचकराने को कहा. किसी तरह पीएचसी के एंबुलेंस में जाकर बैठ गया. उसके शरीर पर पुणे के अस्पताल की मोहर लगी है.
विदेश से आये छह लोगों की होगी जांच
मधुबनी प्रखंड क्षेत्र में कोरोना वायरस को लेकर लोग अलर्ट है. मेडिकल टीम बाहर से आये लोगों के घर-घर जाकर स्वास्थ्य जांच कर रही हैं. इसी क्रम में 22 मार्च से अभी तक कुल 350 लोगों के आने की सूचना पर गुरुवार को 252 लोगों के घर जाकर स्वास्थ्य जांच की गयी. सभी की रिपोर्ट निगेटिव पायी गयी. इसके अलावा शुक्रवार को विदेश से कुल छह लोगों के आने की सूचना है, जो दुबई, ओमान, कतर एवं एक व्यक्ति चीन से प्रखंड के ककरडोभ, महदेवा करियौत, भगवानपुर नरहिया, डकही भरफोरी, थलही और लदनियां गांव पहुंचे हैं. इन सभी की जांच के लिए पटना एयरपोर्ट से सूचना मिली है. जांच के लिए मेडिकल टीम को उनके घर भेजा गया है. शाम तक सभी की जांच की जायेगी.
आइसोलेटेड वार्ड से पूर्णिया के कैदी को किया डिस्चार्ज
डीएमसीएच के आइसोलेटेड वार्ड में भर्ती पूर्णिया के कैदी को शुक्रवार को डिस्चार्ज कर दिया है. चिकित्सकों के अनुसार कैदी का स्वास्थ्य सामान्य हो गया है. विदित हो कि कुछ दिन पूर्व कैदी को सर्दी, खांसी व सांस की समस्या होने पर इलाज के लि ये डीएमसीएच भेजा गया था. चिकित्सकों ने पूछताछ व जांच के बाद उसे आइसोलेटड वार्ड में भर्ती कर लिया. उसका कोरोना से संबंधित ब्लड सैंपल पटना भेजा गया. जांच रिपोर्ट निगेटिव आयी थी.