पटना नगर निगम के सफाई कर्मचारी की संदिग्ध मौत, परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए किया हंगामा
गर्दनीबाग थानेदार रंजीत रजक ने बताया कि गर्दनीबाग अस्पताल से सूचना मिली कि कोई पुलिसकर्मी गंभीर हालत में एक सफाईकर्मी को भर्ती कर चला गया है. इसकी हालत खराब है. सूचना मिलते ही गर्दनीबाग थाने की पुलिस पहुंची और उसे पीएमसीएच में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया.
पटना के गर्दनीबाग इलाके में काम करने वाले नगर निगम के सफाईकर्मी संजय धांगर की मौत बुधवार को संदेहास्पद परिस्थिति में हो गयी. वह बुद्धा कॉलोनी थाने की चीना कोठी का रहने वाला था. मिली जानकारी के अनुसार उसका इलाज पीएमसीएच में चल रहा था, जहां उसकी मौत हो गयी. मौत के बाद परिजनों व अन्य सफाईकर्मियों ने मौर्यालोक स्थित नगर निगम कार्यालय के पास शव को रख कर जमकर हंगामा किया. इसकी सूचना पर पहुंची कोतवाली थाने की पुलिस ने सामने मृतक के परिजनों ने सुपरवाइजर पर पीट-पीट कर हत्या करने का आरोप लगाया.
नगर निगम में काम करता था मृतक
इस संबंध में गर्दनीबाग थानेदार रंजीत रजक ने बताया कि मंगलवार को गर्दनीबाग अस्पताल से सूचना मिली कि कोई पुलिसकर्मी गंभीर हालत में एक सफाईकर्मी को भर्ती कर चला गया है. इसकी हालत खराब है. सूचना मिलते ही गर्दनीबाग थाने की पुलिस पहुंची और उसे पीएमसीएच में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया. मिली जानकारी के अनुसार मृतक संजय धांगर तीन भाइयों में सबसे छोटा था. दो और भाई भी नगर निगम में ही काम करता है. वहीं मृतक का एक बेटी और दो बेटा है.
सुपरवाइजर ने पिटाई से हुई है संजय की मौत
परिजनों ने आरोप लगाया कि सुपरवाइजर सफाईकर्मी संजय धांगर को टॉर्चर करता था. पैसा मांगता था और नहीं देने पर पिटाई करते हुए वीडियो बनाता था. आक्रोशित परिजन और लोगों को पुलिस ने समझा-बुझाकर शांत कराया.
जब घर नहीं लौटे, तो खोजने लगे परिजन
मृतक की बहन ने बताया कि वह दो दिन से घर नहीं लौटे थे. सुपरवाइजर ने बताया कि कहीं अस्पताल में भर्ती है. परिजनों को सबसे पहले गार्डिनर अस्पताल जाने को कहा गया, जहां नहीं मिलने पर पीएमसीएच भेजा गया. वहां भी नहीं मिला, तो पता चला कि संजय की लाश लावारिस हालत में रखी हुई है.