स्पेशल विजिलेंस यूनिट (एसवीयू) ने मोहनिया (कैमूर) के एसडीओ सत्येंद्र प्रसाद पर आय से 150 फीसदी अधिक संपत्ति अर्जित करने का मामला दर्ज करते हुए गुरुवार को उनके पटना, मोहनिया और बेतिया स्थित ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. इस छापेमारी में एसडीओ के पास 1.5 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्ति व 25 लाख रुपये से अधिक के निवेश का पता चला है. उनके सरकारी आवास पर तीन लाख रुपये मूल्य का अत्याधुनिक नया पिस्टल, 15 लाख के जेवरात बरामद किये गये. वहीं, राज्य के बाहर बैंक खाता व संपत्ति होने का भी प्रमाण मिला है. देर शाम तक छापेमारी जारी रही.
एसवीयू की प्रारंभिक जांच में सत्येंद्र प्रसाद के पास आय से अधिक 84.25 लाख रुपये की संपत्ति होने की जानकारी मिली थी. इसके आधार पर गुरुवार को मोहनिया स्थित उनके सरकारी आवास, पटना में शास्त्रीनगर थाना के जयप्रकाश नगर स्थित प्रभु पैलेस अपार्टमेंट में इनके फ्लैट और बेतिया में इनके द्वारा निर्मित आवास तथा पैतृक स्थान सिरसिया में एक साथ छापेमारी की गयी. देर शाम तक इनकी अनुमानित आय से अधिक बढ़ कर डेढ़ करोड़ से अधिक हो गयी. पटना में ही इनके फ्लैट व दो अन्य स्थानों पर मिली अचल संपत्ति का मूल्य 1.5 करोड़ रुपये आंका गया है. यह पूर्ण रूप से सुसज्जित और आधुनिक सुविधाओं से लैस है.
एसवीयू से मिली जानकारी के मुताबिक तलाशी के दौरान विभिन्न बैंकों में सत्येंद्र प्रसाद और उनकी पत्नी के नाम से कई बैक खाता, एलआइसी व एचडीएफसी बैक में इनके द्वारा लगभग 25 लाख से ज्यादा का निवेश का पता चला है. आरोपी और उनकी पत्नी के द्वारा आंध्र प्रदेश के सिकंदराबाद में भी खाता होने तथा संपत्ति होने के प्रारंभिक प्रमाण मिला है. इस पर विस्तृत अनुसंधान किया जायेगा. इन्होंने अपनी पुत्री के नाम पर एलआइसी मे 15 लाख रुपये एक मुश्त भुगतान कर 2019–20 में दो पॉलिसी खरीदी है. इनके सरकारी निवास से एक अत्याधुनिक नयी पिस्टल भी बरामद की गयी है. अधिकारियों के मुताबिक अनुसंधान के दौरान इनके द्वारा अर्जित आय से अधिक संपत्ति प्रदेश और प्रदेश से बाहर मिलने की प्रबल संभावना है.
जानकारी के मुताबिक सत्येंद्र प्रसाद 2010 बैच के बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं. मोहनिया में पदस्थापना के पूर्व ये सीतामढ़ी और गया सदर में एसडीओ जबकि ग्रामीण कार्य विभाग में विशेष कार्य पदाधिकारी के पद पर भी तैनात रहे. आरोप है कि दस साल की सरकारी सेवा में इन्होंने गलत तरीके से अकूत संपत्ति अर्जित की है जो उनके द्वारा प्राप्त वेतन एवं अन्य ज्ञात स्रोतों की तुलना में बहुत ही अधिक है.
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एसवीयू ने बताया है कि प्रसाद व उनके परिवार के निजी मोबाइल फोन जब्त कर लिये गये हैं. इसके साथ ही कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जैसे कंप्यूटर, लैपटॉप, आइपैड आदि को भी जब्त किया गया है. इनका वैज्ञानिक सत्यापन कराया जायेगा, ताकि अवैध ढंग से अर्जित संपत्तियों को लेकर विशेष जानकारी मिल सके. अधिकारियों के मुताबिक अनुसंधान बढ़ने पर उनकी आय से अधिक संपत्ति की राशि में और इजाफा होने की पूरी उम्मीद है. मामले के अनुसंधान का जिम्मा डीएसपी स्तर के पदाधिकारी को सौंपा गया है.