स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 की रैंकिंग में बिहार 15वें स्थान पर, पटना को वाटर प्लस एवं जीएफसी 1 स्टार रैंकिंग

स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 की जारी रैंकिंग में बिहार को देश के 27 राज्यों में 15वां स्थान मिला है. सर्वे में शामिल बिहार के 142 शहरों में से पटना टॉप-100 में शामिल होने वाला एकमात्र शहर था. एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में पटना की ऑल इंडिया रैंकिंग 77 रही.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2024 8:49 PM

दिल्ली के भारत मंडपम में गुरुवार को आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 की जारी अखिल भारतीय रैंकिंग में बिहार को देश के 27 राज्यों में से 15वां स्थान मिला है. सर्वेक्षण में बिहार से शामिल होने वाले 142 शहरों में एकमात्र पटना शहर टॉप-100 में शामिल रहा. एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में पटना की ऑल इंडिया रैंकिंग 77 रही. इस श्रेणी में पटना के बाद गया नगर निगम ने 272, बक्सर ने 299, दरभंगा ने 313 और डालमिया नगर ने 316 रैंक पर जगह बनायी. राष्ट्रीय स्तर पर एकमात्र स्टेट बेस्ट परफॉर्मर श्रेणी में एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में पटना और एक लाख से कम आबादी वाले शहरों में सुपौल को स्वच्छ शहर का पुरस्कार मिला.

गंगा किनारे के शहरों में पटना को छठा स्थान

देश के 61 कैंटोनमेंट शहर में बिहार के दानापुर कैंट को स्वच्छता के मामले में 39वां रैंक मिला है. वहीं, गंगा किनारे वाले स्वच्छ शहरों की श्रेणी में पटना को छठा रैंक मिला है. इस श्रेणी में बिहार के बड़हिया को 14वां, सुल्तानगंज नगर परिषद को 15वां, फतुहा को 18वां, हाजीपुर को 20वां, कहलगांव को 21वां, बेगूसराय को 22वां, सोनपुर को 23वां, मोकामा को 28वां, जमालपुर को 30वां, बाढ़ को 32वां, बक्सर को 33वां, मुंगेर को 38वां, दानापुर को 44वां और भागलपुर को 50वां रैंक मिला है. इस श्रेणी में देश भर के 88 शहरों के बीच प्रतियोगिता हुई थी.

78 प्रतिशत घरों से डोर टू डोर कचरे का उठाव

स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के आंकड़ों के मुताबिक बिहार के 142 शहरों के 78 प्रतिशत घरों से डोर टू डोर कचरे का उठाव हो रहा है. इसके अलावा 15 प्रतिशत कचरे का ही वर्गीकरण और 11 प्रतिशत कचरे की ही प्रोसेसिंग हो पा रही है. मात्र सुपौल शहर में 100 प्रतिशत घर से कचरे का कलेक्शन हो रहा है.

केंद्र सरकार ने बिहार के 86 शहर को ओडीएफ, 56 शहर को ओडीएफ प्लस और एकमात्र पटना शहर को वाटर प्लस का दर्जा दिया है. इनके अलावा वन स्टार के दर्जा वाले दो गार्बेज फ्री सिटी पटना और सुपौल हैं. इस श्रेणी में 7 स्टार तक का दर्जा दिया जाता है.

पटना नगर निगम को वाटर प्लस एवं जीएफसी 1 स्टार रैंकिंग

पटना को स्वच्छता में स्टेट रैंकिंग में पहला स्थान मिला है. स्वच्छ सर्वेक्षण में वाटर प्लस के लिए पटना को पहली बार चयनित किया गया है और इसे वाटर प्लस और जीएफसी में वन स्टार रैंक मिला है. एक लाख से अधिक आबादी वाले देश के 446 शहरों में पटना इस बार ओवरऑल 77वें स्थान पर है. बीते वर्ष इसका ओवरऑल 38वां स्थान था, हालांकि उस सर्वे में देश के 10 लाख से अधिक आबादी वाले 47 शहर ही शामिल थे.

आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय भारत सरकार के सचिव मनोज जोशी ने पटना को यह अवार्ड दिया और नगर निगम की ओर से महापौर सीता साहू के नेतृत्व में पटना से गयी टीम ने इसे प्राप्त किया जिसमें नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर, उप महापौर रेशमी कुमारी, सशक्त स्थायी समिति के सदस्य डॉ आशीष सिन्हा, इंद्रदीप चंद्रवंशी आदि शामिल थे.

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पहली बार सफाई कर्मी भी कार्यक्रम का हिस्सा बनने दिल्ली पहुंचे

महापौर, उपमहापौर, नगर आयुक्त के साथ साथ सफाई कर्मियों को भी पहली बार अवार्ड वितरण कार्यक्रम का हिस्सा बनाने के लिए दिल्ली ले जाया गया. मौके पर महापौर सीता साहू ने कर्मियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे दिन-रात पटना नगर निगम की स्वच्छता में अपना योगदान देते हैं. उपमहापौर रेशमी कुमारी ने कहा कि सबके सम्मिलित प्रयास से ही पटना को यह उपलब्धि प्राप्त हुई है. हम निरन्तर सफाईकर्मियों का मनोबल बढ़ाते हैं. आम जन के जागरूकता में इनका अहम योगदान है.

आमजन के जागरूकता के कारण ही यह संभव: नगर आयुक्त

नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने स्वच्छ सर्वेक्षण के बेहतर रैंक का श्रेय महापौर सीता साहू, जनप्रतिनिधिगण एवं आमजन को दिया. उन्होंने कहा कि आमजन के जागरूकता के कारण ही यह संभव हो पाया है. इसमें शहर के ब्रांड एम्बेसडर और सफाईकर्मियों का विशेष योगदान रहा. इनके नेतृत्व में विशेष अभियान चलाया गया. कार्यक्रम में अपर नगर आयुक्त शीला ईरानी, कार्यपालक पदाधिकारी नूतन राजधानी अंचल, कार्यपालक पदाधिकारी पाटलिपुत्र अंचल एवं अन्य पदाधिकारीगण मौजूद रहे.

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स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में बिहार के शहरों की रैंकिंग

  • पटना – 77

  • गया – 272

  • बक्सर – 299

  • दरभंगा – 313

  • डालमियानगर – 316

  • बेगूसराय – 349

  • कटिहार – 352

  • बेतिया – 358

  • समस्तीपुर – 359

  • हाजीपुर – 360

  • मोतिहारी – 363

  • औरंगाबाद – 368

  • छपरा – 384

  • मुजफ्फरपुर – 388

  • बिहारशरीफ – 391

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