बिहार में पसर रहा है स्वाइन फ्लू, अब तक सात मरीज मिले, अस्पतालों में मास्क हुआ अनिवार्य
बिहार में गर्मी के मौसम आने के साथ ही बीमारियों का हमला भी तेज हो गया है. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वाइन फ्लू भी पटना और वैशाली जिले में पांव पसार रहा है. इधर मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के मामले एक बार फिर सामने आ रहे हैं. अब तक चार बच्चे चमकी बुखार से संक्रमित मिल चुके हैं.
पटना. बिहार में गर्मी के मौसम आने के साथ ही बीमारियों का हमला भी तेज हो गया है. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वाइन फ्लू भी पटना और वैशाली जिले में पांव पसार रहा है. इधर मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार के मामले एक बार फिर सामने आ रहे हैं. अब तक चार बच्चे चमकी बुखार से संक्रमित मिल चुके हैं. इस बीच पटना और वैशाली में स्वाइन फ्लू के भी 7 मरीज मिले हैं. जिनका इलाज चल रहा है. चार मामले चमकी बुखार के भी सामने आये हैं, लेकिन शुक्र की बात है कि सभी चार बच्चे इलाज के उपरांत घर लौट गये हैं.
मुख्य बातें
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बिना मास्क सरकारी अस्पतालों में प्रवेश नहीं.
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कोरोना बचाव के सभी नियमों का पालन करें.
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बेड और ऑक्सीजन प्लांट समेत पूरी तैयारी रखें अस्पताल.
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कोरोना की जांच में और तेजी लाने का निर्देश.
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स्वाइन फ्लू के 7 मरीज मिले, इनमें 6 पटना के
छह और सैंपल जांच रिपोर्ट का इंतजार
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सबसे अधिक संक्रमित मरीज पटना में ही हैं. अकेले पटना में स्वाइन फ्लू के 6 मरीज मिले हैं. सिविल सर्जन ने आरएमआरआई को 10 मरीजों के सैंपल भेजे थे, जिनमें से 7 की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. इसकी पुष्टि मीडिया से बात करते हुए आरएमआरआई के निदेशक डॉ. कृष्णा पांडेय ने की है. उन्होंने कहा है कि संक्रमित मरीजों में 6 मरीज पटना और एक वैशाली के हैं. पटना के मरीजों में चार पुरुष और दो महिलाएं हैं. वैशाली का मरीज पुरुष है. उन्होंने बताया कि छह और सैंपल जांच के लिए आए हैं. इसकी जांच रिपोर्ट जल्द आएगी.
आइसोलेशन वार्ड और आईसीयू तैयार
वहीं, एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. राजीव रंजन ने स्थानीय मीडिया से बात करते हुए कहा कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में फ्लू क्लिनिक खोला गया है. इसके लक्षण वाले मरीजों का उपचार कर उनकी जांच के लिए सैंपल भेजे जा रहे हैं. साथ ही अलग आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है. आईसीयू भी तैयार रखी गयी है. हालांकि अभी एक भी मरीज भर्ती नहीं है. वैसे स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ते खतरे को देखते हुए अस्पतालों को पूरी तरीके से तैयार रहने को कह दिया गया है. विशेषकर जांच में भी तेजी लाने का निर्देश दिया गया है.
बिना मास्क सरकारी अस्पतालों में प्रवेश नहीं मिलेगा
इसबीच, स्वाईन फ्लू और कोरोना जैसी बीमारियों के लगातार बढ़ते जा रहे मामले को देखते हुए बिहार सरकार ने जिलों में सतर्कता बढ़ाने के लिए ऐहतियाती कदम उठाने का निर्देश दे दिया. जिसके तहत राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों और चिकित्सक संस्थानों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया साथ ही मास्क पहनने के लिए प्रचार प्रसार करने को भी अब कह दिया गया है. स्वास्थ विभाग की ओर से एक बार फिर से लोगों से यह अपील की गई है कि कोरोना से बचने के लिए नियमों का पालन जरूर करें.