10 BPSC शिक्षिकाओं पर लटकी बर्खास्तगी की तलवार, फर्जी प्रमाणपत्र के सहारे कर रहे नौकरी
Kaimur: कैमूर में बीपीएससी द्वारा चयनित जिले के लगभग 80 शिक्षक व शिक्षिकाओं के कागजों में गड़बड़ी मिली है.
बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से इडब्ल्यूएस का गलत प्रमाणपत्र देकर नौकरी पाने वाली कैमूर की 10 शिक्षिकाओं पर बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है. इसके साथ ही नौकरी पाने वाली सभी शिक्षिकाओं से जवाब-तलब किया गया है. साथ ही जवाब देने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है. 48 घंटे के अंदर जवाब नहीं देने पर सभी शिक्षिकाओं पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की जायेगी.
स्पष्टीकरण देने का आदेश जारी
गलत प्रमाणपत्र देकर नौकरी पाने वाली सभी शिक्षिकाओं को जिला शिक्षा पदाधिकारी ने स्पष्टीकरण देने का आदेश जारी किया है. आदेश में कहा है कि बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से निर्गत विज्ञापन के आधार पर आप सभी लोगों की नियुक्ति हुई है. आपके द्वारा आवेदन के समय इडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र अपलोड किया गया है, जिसके आधार पर आपकी नियुक्ति विद्यालय अध्यापक पद पर हुई है.
जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ विभाग तो होगी रिकवरी
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा निर्गत निर्देश के कंडिका चार में स्पष्ट अंकित है कि अविवाहित महिला का इडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र पिता के नाम से बनेगा एवं विवाहित महिला का इडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र पति के निवास स्थान के साथ पति के नाम से बनेगा. लेकिन, आप लोगों द्वारा विवाहित होने के बाद भी इडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र पिता के नाम से बनाया गया है. इस तरह आप लोगों द्वारा धोखाधड़ी कर इडब्ल्यूएस का प्रमाणपत्र जमा कर नौकरी प्राप्त कर ली गयी है. साथ ही आदेश में कहा है कि संबंधित मामले का स्पष्टीकरण उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. अन्यथा, धोखाधड़ी से नियम के प्रतिकूल आरक्षण के लाभ लेने की स्थिति में आपकी सेवा समाप्त करने की कार्रवाई की जायेगी. साथ ही दिये गये वेतन की रिकवरी करते हुए कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
जिले के 80 शिक्षक व शिक्षिकाओं के कागजों में मिली गड़बड़ी
बता दें कि बीपीएससी द्वारा चयनित जिले के लगभग 80 शिक्षक व शिक्षिकाओं के कागजों में गड़बड़ी मिली है. ऐसे सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को चिह्नित किया गया है. चिह्नित सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं से स्पष्टीकरण किया जायेगा और स्पष्टीकरण का जवाब नहीं देने पर कार्रवाई की जायेगी.
अध्यापकों के कागजातों की हो रही जांच
विभागीय आदेश के आलोक में बीपीएससी द्वारा चयनित सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं के कागजातों की जांच की जा रही है. जांच के दौरान लगभग 80 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं के कागजातों की गड़बड़ी मिल रही है. कई शिक्षकों द्वारा उत्तर प्रदेश का निवास देकर डीएलएड की पढ़ाई की गयी है.
14 शिक्षक-शिक्षिकाओं पर हो चुकी है कार्रवाई
उत्तर प्रदेश से पढ़ाई करने के बाद नौकरी प्राप्त की गयी है, तो वहीं कई शिक्षकों द्वारा जाति प्रमाणपत्र भी गड़बड़ देकर नौकरी प्राप्त की गयी है. इतना ही नहीं, शादी होने के बाद पति के गांव से नहीं, बल्कि मायके से इडब्ल्यूएस बनाकर नौकरी ली गयी है. वहीं कई शिक्षकों द्वारा ऐसे विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय से डीएलएड एवं बीएड का प्रमाणपत्र दिया गया है, जिसकी मान्यता ही प्राप्त नहीं है. हालांकि, गलत तरीके से नौकरी प्राप्त करने वाले जिले के बीपीएससी द्वारा चयनित 14 शिक्षक-शिक्षिकाओं पर कार्रवाई हो चुकी है. वहीं कई शिक्षकों से जवाब-तलब किया गया है.बीपीएससी से चयनित कई शिक्षिकाओं द्वारा शादी होने के बाद भी मायके से बना इडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र जमा कर नौकरी पायी गयी है.
काउंसेलिंग के दौरान सही से होती जांच, तो नहीं आते मामले सामने
बीपीएससी से चयनित शिक्षकों के योगदान से पहले काउंसेलिंग करायी गयी थी. काउंसेलिंग के दौरान सभी प्रमाणपत्रों की जांच भी की गयी थी. जांच के बाद भी बड़े पैमाने पर इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं. अगर, काउंसेलिंग के दौरान ही कागजातों की सही से जांच होती, तो इतने बड़े पैमाने पर ऐसी गड़बड़ियां सामने नहीं आतीं.
इन शिक्षिकाओं से जवाब-तलब
शिक्षिका | विद्यालय का नाम |
कुमारी शालिनी | उत्क्रमित उच्च विद्यालय, पुनाव रामपुर |
मजदा खातून | मध्य विद्यालय भदौला, कुदरा |
सोनम खातून | मध्य विद्यालय देवर्जी, भभुआ |
अरमा शाभ | न्यू प्राथमिक विद्यालय, दुल्लापुर मोहनिया |
कहकसा सिद्दीकी | उत्क्रमित मध्य विद्यालय, सिसोढ़ा |
रितु कुमारी | मध्य विद्यालय खजुरा, दुर्गावती |
प्रीति सिंह | प्राथमिक विद्यालय मझियाव, भगवानपुर |
पूजा सिंह | उत्क्रमित उच्च विद्यालय देनवा, भभुआ |
चांदनी कुमारी | प्लस टू उच्च विद्यालय, भगवानपुर |
रेशमा कुमारी | उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय, अमेठ मोहनिया |
क्या कहते हैं अफसर
इधर इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी सुमन कुमार शर्मा ने कहा कि इडब्ल्यूएस प्रमाणपत्र गलत देकर नौकरी प्राप्त करने वाली 10 शिक्षिकाओं से जवाब-तलब किया गया है. साथ ही जवाब सही नहीं देने पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की जायेगी.
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