DMCH में अब दागी छात्रों को नहीं मिलेगा हॉस्टल, शपथ पत्र में करना होगा इन बातों का उल्लेख
डीएमसीएच (DMCH) में 12 मार्च को देर रात कई छात्रों ने दुकानदार से मारपीट के बाद दुकानों में आग लगा दी थी. संबंधित दुकानदार ने प्राथमिकी दर्ज कर आधा दर्जन से अधिक मेडिकल छात्रों को नामजद किया था. वैसे अब तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
दरभंगा. डीएमसीएच (DMCH) परिसर में पिछले दिनों मेडिकल छात्रों ने जो उपद्रव मचायी थी, उसपर कॉलेज प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है. कॉलेज प्रशासन के इस सख्त कदम से कई छात्रों की परेशानी बढ़ सकती है. कॉलेज प्रशासन ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि अब डीएमसीएच में किसी भी दागी छात्रों को हॉस्टल नहीं मिलेगी. अब यहां पठन- पाठन करने वाले छात्रों को अभिभावक के साथ आकर शपथ पत्र देना होगा. वर्तमान में यह अधिसूचना 2021 बैच के छात्रों के लिए जारी की गयी है, लेकिन कॉलेज प्रशासन के इस निर्णय को अन्य बैज के छात्रों पर भी लागू करने की बात कही जा रही है.
पठन- पाठन शुरू करने पर बनी सहमति
जानकारी के अनुसार प्रभारी प्राचार्य डॉ यूसी झा, अधीक्षक डॉ एचएस मिश्रा व विभागाध्यक्षों के बीच बैठक हुई. इसमें सर्वसम्मति से इस आशय का निर्णय लिया गया. बैठक में प्रथम प्रोफेशनल एमबीबीएस 2021- 22 छात्रों का पठन- पाठन शुरू करने पर सहमति बनी. 2021 बैज के सभी छात्र छात्राओं को अभिभावक के साथ 23 से 25 मार्च तक कॉलेज प्रशासन से संपर्क कर शपथ पत्र देने को कहा गया है.
शपथ पत्र में इन बातों का देनी होगी गारंटी
शपथ पत्र में यह उल्लेखित करना होगा कि उनके ऊपर किसी प्रकार का कोई आपराधिक मामला लंबित नहीं है. इतना ही नहीं शपथ पत्र में अभिभावक को यह भी उल्लेख करना होगा कि कॉलेज में पठन-पाठन काल में उनके बच्चे किसी तरह की गैरकानूनी गतिविधियों में भाग नहीं लेंगे. यदि किसी गैर कानूनी गतिविधि में शामिल पाये जाते हैं, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी उनकी होगी. शपथ पत्र दाखिल होने के बाद ही छात्रों को अब होस्टल में रहने की अनुमति दी जायेगी.
पिछले दिनों हुई थी झड़प, आगजनी
12 मार्च को मैगी को लेकर परिसर स्थित एक दुकानदार से बहस के दौरान मामला उग्र हो गया था. देर रात कई छात्रों ने दुकानदार से मारपीट के बाद दुकानों में आग लगा दी थी. संबंधित दुकानदार ने प्राथमिकी दर्ज कर आधा दर्जन से अधिक मेडिकल छात्रों को नामजद किया था. वैसे अब तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. घटना के बाद कॉलेज प्रशासन ने छात्रों को हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया था. साथ ही 21 मार्च तक पठन- पाठन भी बंद कर दिया था.