किशनगंज : जिले के विभिन्न प्रखंड होकर गुजरने वाली कनकईख् बूढ़ीकनई नदी हर साल बाढ़ से तबाही मचाने वाली नदियां इस बार कटाव से अधिक तांडव मचा रही हैं. कनकई, कौल, बूढ़ी कनई नदियां यहां कोचाधामन, बहादुरगंज, दिघलबैंक एवं टेढ़ागाछ प्रखंड में ढाई सौ से अधिक परिवारों के घर व जमीन लील चुकी हैं. अभी भी कई घरों, स्कूलों व सड़कों के अस्तित्व पर संकट बरकरार है. हालांकि उन इलाकों में हर साल नदियां बाढ़ प्रभावित इलाकों का भूगोल बदल देती हैं और कई गांव इतिहास बनकर रह जाते हैं. नदियों के किनारे पानी बढऩे से ज्यादा कटाव पानी घटने पर होता है.
इस बार नदियों से घिरे किशनगंज जिले में बाढ़ तो आयी थी लेकिन उतना जानमाल का नुकसान नहीं हुआ जितना वर्ष 2017 में हुई था. महानंदा, कनकई, कौल, कनकई, रतुआ, मेची, बूढ़ी कनकई, डोक, मरिया कनकई व अन्य छोटी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार भी किा था. इस कारण बाढ़ से क्षेत्र में दिघलबैंक, बहादुरगंज और टेढ़ागाछ बर्बादी हुई है, लेकिन नदियों का कटाव हर साल की तरह क्षेत्र का भूगोल बदल रही है. दिघलबैंक के पत्थरघट्टी पंचायत, टेढ़ाागछ के बलुआडांगी एवं कोचाधामन के मजकूरी, बलिया में दो सौ हेक्टेयर से अधिक जमीन नदियों के पेट में समा चुकी है जबकि दर्जनों परिवारों के घर-बार भी विलीन हो गए हैं.
कनकई नदी से ग्वालटोली आदि पंचायतों में सैकड़ों परिवार कटाव के शिकार होकर विस्थापित हो चुके हैं. दिघलबैंक प्रखंड के लौहागाड़ी मंदिर टोला के समीप कटाव जारी है.ऐसा नहीं है कि यह कटाव सिर्फ इसी साल हुआ है बल्कि हर साल बरसात में नदियां बौराती हैं और जमींदारों को भूमिहीन एवं किसानों को कंगाल बना देती हैं. विशनपुर से प्रतिनिधि के अनुसार मंगलवार को प्रखण्ड के मुख्य कनकई नदी में अचानक आई उफान से ग्रामीणों की नींद उड़ने लगी है.
प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत कैरीबीरपुर पंचायत के डोरिया चैनपुर, मजकुरी पंचायत के असुरा, लायतोर, पोखरिया, चिकनी, मजकुरी पुरब एवं पश्चिम एवं नेंगसिया, बलिया, पुरन्दाहा पंचायत के गोपियाटोली, पुरन्दाहा पुरब एवं पश्चिम सहित कोचगढ़ गांव जो कनकई नदी कटाव के तांडव से प्रभावित है़ खासकर बलिया में चरघरिया-बलिया प्रधानमंत्री सड़क कटाव की जद में है जिसे बचने के लिए स्थानीय विधायक मास्टर मुजाहिद आलम एवं किशनगंज सांसद डा जावेद आजाद ने स्थिति का जायजा लेकर फ्लड फाइटिंग के लिए निर्माण कार्य जल्द आरम्भ कर दिया जाएगा़ साथ में आये जेई को आदेश भी दिए और कहा कि जल्द योजना तैयार कर निर्माण कार्य आरम्भ कर दिया जाना है .परन्तु महीना बीत जाने के बाद भी आज तक न जेई निर्माण स्थल आये और न ही नेता जी का कोई अता पता.
posted by ashish jha