बिहार के जमुई जिले में एक तांत्रिक ने पहले महिला को उसकी मौत का डर दिखाया और यह बताया कि पति-पत्नी की मौत का कारण उसका खुद का ही बच्चा बनेगा. इसके बाद अंधविश्वास का डर दिखा कर 10 माह के बच्चे को अपने साथ ले गया और 50 हजार रुपये में उसका सौदा कर दिया. पुलिस ने मामले में उक्त तांत्रिक व बच्चा खरीदने वाली दंपती समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि 10 माह के मासूम को कुशल बरामद भी कर लिया है. जानकारी के अनुसार, जिले के गिद्धौर थाना क्षेत्र के रतनपुर गांव निवासी विकास विश्वकर्मा और उसकी पत्नी आरती देवी ने बीते 16 सितंबर को गिद्धौर थाना में अपने 10 माह के पुत्र के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शिशु तस्करी गिरोह में शामिल तांत्रिक सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश सुमन ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद से ही पुलिस की टीम मामले की लगातार छानबीन कर रही थी. मामले में तकनीकी अनुसंधान तथा सूचना तंत्र द्वारा पुलिस को सफलता मिली और उक्त बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया गया है.
इस दौरान झारखंड राज्य के रांची जिला अंतर्गत ओरमांझी थाना के नेउरी विकास निवासी तांत्रिक भूषण मिस्त्री को गिरफ्तार किया गया है. जबकि इसी मामले में पुलिस ने मुजफ्फरपुर जिला के सरैया निवासी दारोगा ठाकुर, उसकी पत्नी खुशबू कुमारी, वैशाली जिले के महुआ निवासी गायत्री ठाकुर व उसके पति आमोद कुमार ठाकुर को भी गिरफ्तार किया गया है.
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बताया जाता है कि तांत्रिक भूषण मिस्त्री, जो आरती देवी के रिश्ते में दूर का मामा लगता है, वह उसके घर आता-जाता था. इसी दौरान उसने आरती को यह बताया कि उसके 10 माह के बेटे के कारण पति-पत्नी की मौत हो जायेगी. आरती इस बात से घबरा गयी और अपने तांत्रिक मामा से उसने इसके निराकरण का उपाय पूछा. इस पर तांत्रिक ने बताया कि बच्चे को साथ ले जाकर कोलकाता के कालीघाट मंदिर में मां काली की पूजा करने से उसके परिवार पर आया संकट समाप्त हो जायेगा. लेकिन तांत्रिक ने यह शर्त रखी कि इस बात की जानकारी आरती के अलावा उसके परिवार के किसी अन्य सदस्यों को ना हो. अपनी और अपने पति की मौत के डर व तांत्रिक के रिश्तेदार होने के कारण आरती ने भी उसकी बात मान ली. अपने 10 माह के शिशु को उसके साथ कोलकाता भेज दिया. करीब एक सप्ताह गुजर जाने के बाद जब आरती ने अपने रिश्ते में मामा लगने वाले तांत्रिक को फोन लगाया तब उसका मोबाइल स्विच ऑफ मिला. इसके बाद उसे किसी खतरे का आभास हुआ. फिर पति-पत्नी ने 16 सितंबर की शाम को गिद्धौर थाना में प्राथमिकी दर्ज करा दी. इस दौरान पति-पत्नी भूषण मिस्त्री के घर भी गये. वहां आसपास के लोगों ने बताया कि वह पिछले कई दिनों से अपने घर से फरार है. इसके बाद पुलिस मामले में कार्रवाई करने लगी तथा बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया है.
इधर तांत्रिक भूषण मिस्त्री ने बच्चों का सौदा 50 हजार रुपये में कर दिया था. पुलिस के कार्रवाई के बाद यह सामने आया है कि भूषण मिस्त्री बच्चे को अपने साथ ले गया और उसे मुजफ्फरपुर जिले के सरैया थाना क्षेत्र के चकबाजो ग्राम निवासी खुशबू कुमारी और उसके पति दरोगा ठाकुर को उसने वह बच्चा बेच दिया था. पुलिस ने इन दोनों पति-पत्नी को भी गिरफ्तार किया है. दारोगा ठाकुर और उसकी पत्नी ने बताया कि तांत्रिक ने खुद को बच्चे का पिता बताया और कहा कि वह इस बच्चे का भरण पोषण करने में सक्षम नहीं है, इसलिए वह अपने बच्चों को बेचना चाहता है. इस कारण उन्होंने वह बच्चा खरीद लिया. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले में विस्तृत छानबीन कर रही है. गिरफ्तार पांचों लोगों से पूछताछ की जा रही है.
जीवन अनमोल है, किसी भी तांत्रिक के चक्कर में पड़ कर आप अपने जीवन को यूं खतरे में ना डालें. प्रभात खबर आपसे अपील करता है कि आप किसी भी तरीके के अंधविश्वास के चक्कर में ना पड़े. किसी भी व्यक्ति पर भरोसा करने से पहले उसके बारे में सारी जानकारी अवश्य ले लें. सामाजिक अंधविश्वास और कुरीतियों के चक्कर में पड़ कर लोग कई बार ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो गैरकानूनी भी है. ऐसे में अगर आपके आसपास भी इस प्रकार का कोई कृत्य हो रहा हो, तो इसकी सूचना तुरंत प्रशासन को दें.