दरभंगा. बिहार के युवाओं को आइटी सेक्टर के योग्य प्रशिक्षित करने के लिए टाटा ग्रुप सामने आयी है. 22 नवंबर को टाटा कन्सलटेंसी सर्विसेज अपने यूथ एम्पलॉयमेंट प्रोग्राम यानी वाईईपी की शुरुआत कर रही है. श्रम संसाधन विभाग और अवर प्रादेशिक नियोजनालय, दरभंगा के सहयोग यह प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है.
प्रशिक्षण के संबंध में नियोजन पदाधिकारी मृणाल कुमार चौधरी ने पत्रकारों को बताया कि दरभंगा में पहली बार टाटा जैसी दिग्गज कंपनी के सीएसआर के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस प्रशिक्षण के उपरांत यहां प्रशिक्षित युवाओं के लिए नियोजन का आयोजन किया जायेगा. इस नियोजन में टीसीएस के अलावे देश की कई और बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे.
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि आधुनिक भारत में रोजगार एक अहम मुद्दा बन चुका है. यूथ एम्पलॉयमेंट प्रोग्राम की शुरुआत टाटा अफर्मैटिव एक्शन प्रोग्राम यानी टाप से हुई है. वर्ष 2010 से यह कंपनी के सीआरएस का एक अभिन्न अंग रहा है. उन्होंने कहा कि वाईईपी में प्रशिक्षण के उपरान्त युवाओं को न सिर्फ टीसीएस बल्कि उनके जैसी दूसरी और बड़े कंपनियों में रोजगार सुलभ हो जायेगा.
मृणाल चौधरी ने कहा कि टीसीएस के अलावा आईबीएम, माइक्रोसॉफ्ट जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनियों से भी बात हो रही है. जल्द ही वो लोग भी दरभंगा के युवाओं को जरूरी कौशल प्रशिक्षण देकर रोजगार देने का काम करेंगे. टीसीएस के प्रतिनिधि एवं अवर प्रादेशिक नियोजनालय के पदाधिकारी इस आयोजन को लेकर काफी आशान्वित हैं.
इस योजना के तहत जिले के छह महाविद्यालयों को पत्र लिखा गया है. उनमें चार प्रमुख कॉलेजों ने बढ़-चढ़ कर रुचि दिखाई है. सी.एम साइंस कॉलेज, एम.एल.एस.एम कॉलेज, मारवाड़ी कॉलेज एवं मिल्लत कॉलेज से लभगभ 170 छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया है. कौशल प्रशिक्षण के उपरांत इनके नियोजन के लिए प्रयास किये जायेंगे. इन सभी को 22 नवंबर से सरकारी आईटीआई कैंपस, रामनगर में सुबह 11 बजे से प्रशिक्षण दिया जायेगा.