शिक्षक नियुक्ति परीक्षा: मेन गेट के साथ सभी कक्षों में भी होगा सीसीटीवी, ओएमआर शीट नहीं मिला तो होगी कार्रवाई

बीपीएससी अध्यक्ष ने कहा कि यदि किसी परीक्षार्थी की ओएमआर शीट नहीं मिलेगी, तो माना जायेगा कि उसने खुद ही इसे वीक्षक को नहीं दिया और छिपा कर लेकर चले गये. इसे कदाचार का एक रूप माना जायेगा और इसके लिए परीक्षार्थी पर कार्रवाई होगी.

By RajeshKumar Ojha | August 19, 2023 7:55 AM

24 से 26 अगस्त तक 1.70 लाख शिक्षकों की नियुक्ति के लिए ली जाने वाली परीक्षा राजधानी पटना समेत प्रदेश के सभी 38 जिला मुख्यालयों में आयोजित की जायेगी. इसके लिए 860 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. सभी परीक्षा केंद्र के मुख्य गेट के साथ सभी कक्षों में भी कैमरा लगा होगा. इनके माध्यम से परीक्षा केंद्र की गतिविधियों का लाइव प्रसारण बीपीएससी कार्यालय के कंट्रोल रूम और जिलों के कंट्रोल रूम में होगा, जिसे मीडियाकर्मी भी देख सकते हैं. परीक्षा शुरू होने से 2:30 घंटा पहले परीक्षा केंद्र के भीतर परीक्षार्थियों का प्रवेश शुरू हो जायेगा और एक घंटा पहले पूरी तरह बंद हो जायेगा.

सीधे परीक्षा कक्ष में पहुंचेगा प्रश्नपत्र का सील बॉक्स

प्रश्नपत्र का सील बॉक्स परीक्षा कक्ष में ही खुलेगा. वहां से सीलबंद लिफाफे अलग-अलग परीक्षा कक्ष में पहुंचाये जायेंगे, जहां परीक्षार्थियों के सामने ही उसकी सील खुलेगी. साथ ही वहीं परीक्षा के बाद परीक्षार्थियों की ओएमआर शीट सीलबंद भी की जायेंगी. बीपीएससी अध्यक्ष ने कहा कि यदि किसी परीक्षार्थी की ओएमआर शीट नहीं मिलेगी, तो माना जायेगा कि उसने खुद ही इसे वीक्षक को नहीं दिया और छिपा कर लेकर चले गये. इसे कदाचार का एक रूप माना जायेगा और इसके लिए परीक्षार्थी पर कार्रवाई होगी. बीपीएससी अध्यक्ष ने कहा कि लोग सील के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकें इसलिए प्लास्टिक के बक्से को ताले से सील करने के बाद उसके ऊपर आयोग के द्वारा उपलब्ध करवाये गये एक विशेष जैकेटनुमा लिफाफा भी लगा कर सील किया जायेगा. इसे बिना फाड़े ताले को खोलना संभव नहीं होगा.

प्रधान सचिव और प्रमंडलीय आयुक्त होंगे ऑब्जर्वर

अतुल ने बताया कि प्रधान सचिव स्तर के अधिकारी और प्रमंडलीय आयुक्तोंं से परीक्षा के दौरान ऑब्जर्वर के रूप में कार्य करने का आग्रह किया गया है. फेसिअल रिकॉग्निशन के साथ परीक्षार्थियों के अंगूठे की छाप और आइरिस स्कैन को भी बायोमेट्रिक के रूप में लिया जायेगा. साथ ही एडमिट कार्ड के क्यूआर कोड को भी स्कैन किया जायेगा. परीक्षा के रिजल्ट प्रकाशन के बाद डोसियर की हार्ड कॉपी के साथ सॉफ्ट कॉपी भी भेजी जायेगी. इसमें बायोमेट्रिक भी दर्ज होगी, जिसके कारण किसी के परीक्षा में सफल होने और किसी और के उसकी जगह नौकरी करने की स्थिति में वह पकड़ में आ जायेगा.

दस्तावेज सत्यापन तिथि तक जरूरी होगा अपियरिंग कैंडिडेट का रिजल्ट

ऐसे परीक्षार्थी जिन्होंने अपने को सीटेट या बीएड के अपियरिंग कैंडिडेट के रूप में फॉर्म भरा है उनकी परीक्षा 31 अगस्त तक समाप्त हो जानी चाहिए. साथ ही दस्तावेज सत्यापन तिथि तक उनका रिजल्ट भी प्रकाशित हो जाना जरूरी है, अन्यथा उनकी नियुक्ति को खारिज कर दिया जायेगा. अतुल प्रसाद ने कहा कि कई श्रेणियों के शिक्षकों में आवेदकों की संख्या पांच, 13 और 24 गुनी तक है, वहीं उच्च माध्यमिक शिक्षक समेत कई श्रेणियों में रिक्तियों की संख्या से भी कम आवेदक होने के कारण निश्चित रूप से कई रिक्तियां खाली रह जायेंगी. ऐसे में सेकेंड राउंड की वैकेंसी भी आ सकती है.

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