गुरूजी गिन रहे लोगों की जाति, स्कूल संभाल रहे मिड डे मील बनाने वाले रसोइया, क्या ऐसे संवरेगा बिहार
Bihar: ठंड के कारण 26 दिसंबर से बंद किये गये सरकारी स्कूलों को 22 दिन बाद सोमवार को खोला गया. कई विद्यालयों में जब बच्चे पढ़ाई के लिए पहुंचे तो पता चला कि सभी शिक्षक जाति आधारित जनगणना करने चले गये हैं. नगर निगम क्षेत्र के कई विद्यालयों के शत प्रतिशत शिक्षकों को जाति जनगणना कार्य में लगा दिया गया है
Bihar: ठंड के कारण 26 दिसंबर से बंद किये गये सरकारी स्कूलों को 22 दिन बाद सोमवार को खोला गया. कई विद्यालयों में जब बच्चे पढ़ाई के लिए पहुंचे तो पता चला कि सभी शिक्षक जाति आधारित जनगणना करने चले गये हैं. भागलपुर नगर निगम क्षेत्र के कई विद्यालयों के शत प्रतिशत शिक्षकों को जाति जनगणना कार्य में लगा दिया गया है. मध्याह्न भोजन के कारण बच्चे विद्यालय में रुक रहे हैं. इनकी देखभाल की जिम्मेदारी रसोइया पर आ गयी है. बिना शिक्षक के बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित हो गया है. जबकि पिछले सप्ताह शिक्षा विभाग ने पत्र जारी कर स्पष्ट निर्देश दिया था कि सभी शिक्षकों को जनगणना कार्य में नहीं लगाये जायेंगे.
भागलपुर नगर निगम ने आनन-फानन में कई विद्यालयों के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं की प्रतिनियुक्ति कर दी. शहरी क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय सूजापुर, उर्दू मध्य विद्यालय चंपानगर, उर्दू मध्य विद्यालय हसनाबाद चंपानगर, प्राथमिक विद्यालय नाथनगर नंबर तीन, मध्य विद्यालय हसनगंज व अन्य विद्यालयों के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं की ड्यूटी जाति जनगणना में लगी है. इधर, मध्य विद्यालय मारुफचक में सिर्फ प्रधानाध्यापक शेष बचे हैं. यहां की शिक्षिका मंजूलता व शशिबाला रानी चौधरी को गृह जनगणना कार्य में वार्ड नंबर सात के नाथनगर चंपानगर क्षेत्र में लगाया गया है.
प्रधानाध्यापकों की भी लगी ड्यूटी, स्कूल खाली : उर्दू मध्य विद्यालय चंपानगर में पांच शिक्षक पदस्थापित हैं. सभी की प्रतिनियुक्ति जनगणना कार्य में की गयी. इसी तरह उर्दू मध्य विद्यालय हसनाबाद चंपानगर में सभी छह शिक्षक, मध्य विद्यालय हसनगंज के प्रधानाध्यापक सहित सभी आठ शिक्षक, प्राथमिक विद्यालय सूजापुर के दोनों शिक्षक, प्राथमिक विद्यालय नाथनगर नंबर तीन के तीनों शिक्षक की प्रतिनियुक्ति हुई. प्रारंभिक माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ शेखर गुप्ता ने कहा कि जाति आधारित जनगणना कार्य में शिक्षकों की आनन-फानन में प्रतिनियुक्ति कर दी गयी. प्रधानाध्यापकों व अन्य शिक्षक शिक्षिकाओं को विद्यालय में रखना चाहिये. इससे संबंधित मांग-पत्र भी नगर निगम को सौंपा गया था. शिक्षा विभाग को ऐसे विद्यालयों को चिह्नित कर शिक्षकों की तत्काल उपस्थिति सुनिश्चित की जाये.