गया की शिक्षिका कविता और गीत के माध्यम से पढ़ा रही मैथ, बच्चों के बीच जमकर हो रही तारीफ
Bihar News: गया में एक शिक्षिका कविता और गीत के माध्यम से मैथ पढ़ा रही है. शिक्षिका बताती है की बच्चों की पढ़ाई को लेकर सकारात्मक सोच होनी चाहिए. विषय की जानकारी के साथ-साथ पढ़ाने के तरीके में बदलाव से ही शिक्षा व्यवस्था में बदलाव ला सकते है.
गया जिले के गुरारू प्रखंड से एक अच्छी खबर सामने आ रही है. प्राथमिक विद्यालय तरौंची की एक शिक्षिका की पढ़ाने का तरीका देखकर आपका सरकारी स्कूलों के प्रति जो नजरिया है, वह बदल जाएगा. इस विद्यालय के शिक्षिका गीत और कविता के माध्यम से बच्चों को पढ़ाते हुए नजर आती है. शिक्षिका बच्चों को गणित व अन्य विषयों को पढ़ा रही है. अगर इस स्कूल के पास से गुजर रहे होंगे तो थोड़ी देर के लिए आप रुक जाएंगे की आखिर यह शिक्षिका गीत के जरिए कौन सा विषय पढ़ा रही है. फिर गीत के सुनते ही आपको समझ में आएगा की गणित विषय पढ़ा रही है.
शिक्षिका की पढ़ाने का यह तरीका की हो रही सराहना
शिक्षिका की पढ़ाने का यह तरीका काफी सरल और आसान है. जिससे बच्चे भी आसानी से समझ जाते है. शिक्षिका बताती है की बच्चों की पढ़ाई को लेकर सकारात्मक सोच होनी चाहिए. विषय की जानकारी के साथ-साथ पढ़ाने के तरीके में बदलाव से ही शिक्षा व्यवस्था में बदलाव ला सकते है. वह गीत व कविता के माध्यम से गणित इसलिए पढ़ाती है, कि बच्चे आसानी से गणित के सवाल को समझ सकें. -शिक्षिका, प्राथमिक विद्यालय तरौंची
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जानें क्या कहते हैं पदाधिकारी
जिला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम ने बताया की शिक्षा विभाग के द्वारा चहक मॉड्यूल कार्यक्रम का शुरुआत की गई है. जिसके अंतर्गत शिक्षकों को उपलब्ध कराए गए पुस्तकों का उपयोग कर रोचक गतिविधियों का प्रदर्शन कर छात्रों को पढ़ाने का कार्य किया जाना है. अगर इसके तहत कोई शिक्षिका कार्य कर रही है, तो अच्छा है. चुकी प्रारंभिक विद्यालयों में बच्चे छोटे-छोटे होते है. ऐसे में अगर शिक्षक या शिक्षिका के द्वारा गीत व कविता के माध्यम से अगर पढ़ाने का कार्य करते है तो बच्चों में पढ़ने के प्रति और अभ्यास करने में काफी आसानी होगी. राजदेव राम, जिला शिक्षा पदाधिकारी, गया