बिहार में सरकारी शिक्षकों को 8 से 13 अप्रैल तक प्रशिक्षण दिया जाना है. इसके लिए राज्य अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद केंद्र ने आदेश निकाल थे. लेकिन इस अंतराल में ईद और रामनवमी का त्योहार पर रहा था. ऐसे में इस दौरान शिक्षण प्रशिक्षण संस्थाओं में ट्रेनिंग ले रहे शिक्षकों को असुविधा होती. इसे लेकर शिक्षकों ने विरोध भी जताया था. जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मामले में संज्ञान में लिया है.
सीएम के संज्ञान के बाद छुट्टी घोषित
सीएम के संज्ञान लेने के बाद शिक्षा विभाग ने 10 और 11 अप्रैल को ईद की और 17 अप्रैल की रामनवमी के अवसर पर अवकाश घोषित कर दिया गया है. शिक्षा विभाग की तरफ से जारी आधिकारिक जानकारी के मुताबिक शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में अन्य किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है.
होली में भी हुआ था शिक्षकों का प्रशिक्षण
बता दें कि, बिहार शिक्षा परियोजना निदेशक आर सज्जन ने एक आदेश जारी कर कहा था कि 8 अप्रैल से 13 अप्रैल के बीच में शिक्षकों का छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कराया जाये. प्रशिक्षण के लिए शिक्षा परियोजना निदेशक ने प्रशिक्षण स्थल की घोषणा भी कर दी थी. इससे पहले शिक्षा विभाग ने होली के त्योहार में भी शिक्षकों को छह दिवसीय प्रशिक्षण कराया है. होली के अवसर पर भी शिक्षकों की होली की छुट्टी को रद्द कर दी गई थी. जिससे शिक्षकों ने अपनी नाराजगी जताई थी.
क्या है प्रशिक्षण का उद्देश्य
बता दें कि सूबे के स्कूलों में बहाल शिक्षकों को शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में लगातार शिफ्ट में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिसका मुख्य उद्देश्य गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा से जुड़ा हुआ है. प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को कक्षा संचालन और बच्चों से समन्वय बनाकर रखने के साथ ही बच्चों में कौशल विकास को विकसित करने का गुर सिखाया जाता है. इस प्रशिक्षण में कक्षा एक से पांच तक के शिक्षक शामिल होंगे.
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