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बिहार के स्कूलों में रजिस्टर पर नहीं लगेगी हाजिरी, शिक्षा विभाग जानिए कैसे रखेगी शिक्षकों की उपस्थिति पर नजर

बिहार के सरकारी स्कूलों में अब बायोमैट्रिक्स के जरिये शिक्षकों की हाजिरी ली जायेगी. इसके लिए विभाग सभी हाइ और इंटर स्कूलों को इंटरनेट की सेवा मुहैया करायेगा. इसके लिए एजेंसियों का चयन कर लिया गया है. इसके साथ ही सभी जिलों की इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2023 8:34 PM

बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के बाद अब शिक्षा विभाग उनकी उपस्थिति पर कड़ी नजर रखेगा. इसके लिए माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में बायोमेट्रिक्स लगाए जाएंगे और इसके आधार पर शिक्षकों की उपस्थिति भी दर्ज की जाएगी. पहले चरण में 4602 स्कूलों में बायोमेट्रिक्स से शिक्षकों की हाजिरी लगाने की शुरुआत की जायेगी. इसके लिए विभाग सभी हाई और इंटरमीडिएट स्कूलों को इंटरनेट सेवा मुहैया कराएगा. शिक्षा विभाग ने इंटरनेट मुहैया कराने और बायोमेट्रिक मीशनें स्कूलों में लगाने के लिए एजेंसियों को चयन कर लिया है. इसके साथ ही इस निर्णय से सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को अवगत कराते हुए जरूरी दिशा- निर्देश भी जारी कर दिया गया है. अगल चरण में बाकी के सभी स्कूलों में भी शिक्षकों की बायोमैट्रिक्स सिस्टम से हाजिरी ली जायेगी.

आइसीटी लैब और इ-लाइब्रेरी भी होगी संचालित

स्कूलों में शुरू होने वाले इंटरनेट सेवा से न सिर्फ हाजिरी के लिए बायोमैट्रिक मशीन चलेगी. बल्कि, विद्यार्थियों के लिए आइसीटी लैब और इ-लाइब्रेरी भी संचालित की जायेगी. इंटरनेट की सुविधा देने के लिए भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) को चुना गया है. शिक्षा विभाग ने इसके लिए बीएसएनएल के साथ एकरारनामा कर लिया है. बीएसएनएल अबाधित इंटरनेट यानी धाराप्रवाह इंटरनेट उपलब्ध करायेगा.

आइसीटी परियोजना के तहत होगा भुगतान

इस संबंध में शिक्षा विभाग के प्रशासन निदेशक सुबोध कुमार चौधरी ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देशित किया है कि इंटरनेट सुविधा देने के लिए बीएसएनएल को भुगतान आइसीटी परियोजना के तहत कराया जायेगा. यह कवायद बिहार शिक्षा परियोजना करेगा. बीएसएनएल से किये एकरारनामा की प्रक्रिया भी शिक्षा पदाधिकारियों को बता दी गयी है. स्कूलों में अबाधित इंटरनेट सुविधा देने के लिए बीएसएनएल का चयन खुली निविदा के जरिये किया गया है.

4602 प्लस टू स्कूलों में दी जाएगी इंटरनेट सुविधा

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक राज्य के 784 माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में बूट (बिल्ड ऑन ऑपरेट ट्रांसफर ) मॉडल के तहत आइसीटी लैब का इंस्टालेशन अब तक किया जा चुका है. 3818 प्लस टू स्कूलों में और आइसीटी लैब स्थापित की जानी है. सूत्रों के मुताबिक 4602 प्लस टू स्कूलों में इंटरनेट सुविधा दी जायेगी. इसके बाद इसका विस्तार सभी सरकारी स्कूलों में किया जाना है.

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बायोमेट्रिक के लिए इन एजेंसियों का चयन

इसके अलावा राज्य के सभी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में बायोमेट्रिक हाजिरी के लिए मशीन लगाये जायेंगे. स्कूलों में बायोमैट्रिक मशीनों के लिए मेसर्स एके एंटरप्राइजेज वैशाली, मेसर्स अद्वितेसेनिका प्राइवेट लिमिटेड पटना, मेसर्स प्लोटिनस एनालिटिका प्राइवेट लिमिटेड कृष्नागिरी तामिलनाडु और मेसर्स सिनोवी टेकसिटी सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड फरीदाबाद का चयन किया गया है. इन एजेंसियों को बायोमैट्रिक मशीन के लिए जिले आवंटित कर दिये गये हैं. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक सभी प्लस टू स्कूलों में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बीएसएनएल केंद्रीयकृत तरीके से धाराप्रवाह इंटरनेट की सुविधा मुहैया करायेगा.

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