Video: बिहार के ये शिक्षक डांस कर अनोखे तरीके से पढ़ाते हैं बच्चों को, खेल-खेल समझा देते हैं सब्जेक्ट
टीचर हमें एक बेहतर भविष्य के लिए तैयार करते हैं और हमें एक अच्छा इंसान बनने के लिए प्रेरित करते हैं. शिक्षक छात्रों के रोल मॉडल होते हैं जो अपने छात्रों का हर पल हर क्षण जीवन बेहतर बनाते हैं. जानिए बिहार के कुछ ऐसे शिक्षकों के बारे में जो अपने पढ़ाने के तरीके की वजह से रहते हैं चर्चा में...
बिहार के विभिन्न जिलों के सरकारी विद्यालयों में कई ऐसे शिक्षक हैं, जो खेल व कला के माध्यम से बच्चों को तालिम दे रहे हैं. आए दिन बच्चों को खास एक्टिविटी के जरिये शिक्षा देने वाले इन शिक्षकों का वीडियो भी वायरल होता रहता है. आज हम आपको ऐसे ही कुछ शिक्षकों के बारे में बता रहें हैं, जो अपने पढ़ाने की अनोखी शैली की वजह से अक्सर चर्चा में रहते हैं. इन शिक्षकों की वजह से कई स्कूलों की तस्वीर भी बदली है.
खेल-खेल में छात्रों को समझा देते हैं सब्जेक्ट
समस्तीपुर जिले के हसनपुर प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक कन्या विद्यालय मालदह के चर्चित शिक्षक बैद्यनाथ रजक छात्रों को खेल-खेल में कई विषय पढ़ा देते हैं. वो अपने खास स्टाइल में बच्चों को पढ़ाने के साथ जागरूक भी करते हैं. स्कूल में पढ़ाने के दौरान बच्चों को चक्रवाती तूफान, आंधी और खतरे से बचने को लेकर उनका पढ़ाते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था. इसके अलावा डेंगू, मलेरिया आदि जैसे बीमारियों के आरे में भी वो बच्चों को अनोखे तरीके से जागरूक करते हैं.
पढ़ाने के खास अंदाज की वजह से आईं चर्चा में
बांका जिले के कटोरिया प्रखंड अंतर्गत प्रोन्नत मध्य विद्यालय कठौन की शिक्षिका खुशबू कुमारी अनोखे तरीके से बच्चों को पढ़ाने की वजह से सुर्खियों में आई थी. इनका एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें वो बच्चों के साथ खेल के मैदान में लुका-छिपी खेलती और डांस करती नजर आई थी. खुशबू कुमारी पिछले 10 सालों से बच्चों को पढ़ा रही हैं.
गाने के जरिए बच्चों को व्याकरण पढ़ाती हैं शिक्षिका
रोहतास जिले के डीहरी प्रखंड के भेड़िया सुअरा मध्य विद्यालय की शिक्षिका नंदिनी बच्चों को गीतों के जरिए व्याकरण पढ़ाती हैं. टीचर नादिनी के कई ऐसे वीडियो वायरल हुए जिसमें उन्हें बच्चों को अनोखे तरीके से पढ़ाते देखा गया. गाने के माध्यम से बच्चों को व्याकरण के साथ ही स्त्रीलिंग और पुल्लिंग में फर्क बताती हैं. नंदिनी का एक वीडियो है. जिसमें वो नाम से गाना गा रहीं तेरा नाम लिख दिया, मतलब नाम पुलिंग है. तेरी हिफाजत मेरी हीफाजत करती है वर्दी, मतलब वर्दी स्त्रीलिंग है. धरती सुनहरी, अंबर नीला, मौसम रंगीला, मतलब धरती स्त्रीलिंग जबकि अंबर और मौसम पुलिंग हुए. गीतों के माध्यम से वो हिंदी व्याकरण पढ़ाती हैं.
खेल–खेल में बच्चों को पढ़ाती हैं शिक्षिका
खगड़िया के मध्य विद्यालय सोनवर्षा की एक शिक्षिका का भी डांस कर बच्चों को पढ़ाने का वीडियो वायरल हुआ था. वायरल वीडियो में शिक्षिका लकड़ी की कांटी, कांटी का घोड़ा वाले गाने पर बच्चों को पढ़ा रही थी. इस अनोखे तरीके की वजह से बच्चे खेल-खेल में काफी कुछ सिख जाते हैं.