Loading election data...

पटना के शिक्षक गुलदस्ते से सिखा रहे पर्यायवाची शब्द, पढ़ाई आसान बनाने के लिए बनाये हैंडमेड लर्निंग मेटेरियल

शिक्षकों ने जिला स्तरीय टीएलएम मेले में अपने प्रोजेक्ट की प्रस्तुति देते हुए उसकी उपयोगिता की जानकारी साझा की. जिले के 23 प्रखंडों से चयनित कुल 221 शिक्षकों ने हाथों से तैयार किये गये लर्निंग मेटेरियल को प्रस्तुत करते हुए पढ़ाई में किस तरह यह बच्चों को सहायता पहुंचायेगी, इसकी जानकारी दी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 12, 2023 3:01 AM

पटना. बच्चों को खेल-खेल में पाठ्यक्रम को बेहतर ढंग से समझाने के लिए शिक्षकों ने टीचिंग लर्निंग मेटेरियल (टीएलएम) तैयार कर कक्षा में उन्हें पढ़ाने की शुरुआत की है. शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित प्रखंड स्तरीय टीएलएम मेले में चयनित शिक्षकों ने शुक्रवार को जिला स्तरीय टीएलएम मेले में भाग लेते हुए अपने प्रोजेक्ट की प्रस्तुति देते हुए उसकी उपयोगिता की भी जानकारी साझा की. जिले के 23 प्रखंडों से चयनित कुल 221 शिक्षकों ने हाथों से तैयार किये गये लर्निंग मेटेरियल को प्रस्तुत करते हुए पढ़ाई में किस तरह यह बच्चों को सहायता पहुंचायेगी, इसकी जानकारी दी.

बेस्ट 10 लर्निंग मेटेरियल को चयनित किया गया

जिला स्तर पर बेस्ट 10 लर्निंग मेटेरियल को चयनित किया गया, जिसे जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से 15 मार्च को एससीइआरटी को सौंपा जायेगा. इसके बाद एससीइआरटी की ओर से राज्य के विभिन्न जिलों से चयनित प्रतिभागियों के लिए मेला आयोजित किया जायेगा. जिला स्तर पर चुने गये 10 प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान करते हुए उन्हें सम्मानित किया गया. मौके पर डीपीओ श्याम नंदन, एपीओ दिलीप कुमार व निर्णायक मंडली के सदस्य मौजूद रहे.

फूलों के गुलदस्ते से सिखा रहे पर्यायवाची शब्द

दानापुर प्रखंड के सिकंदरपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका मिथिलेश कुमारी ने कागज से फूलोंं का गुलदस्ता तैयार किया है. यह गुलदस्ता बच्चोंं को विभिन्न शब्दों के पर्यायवाची शब्द की जानकारी देता है. इसके एक फूल की परत खोलने पर पांच पर्यायवाची शब्दोंं की जानकारी मिलती है.

ताड़ के पत्ते से देते हैं अक्षरों की जानकारी

धनरुआ प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय दरियापुर के शिक्षक राकेश कुमार ने ताड़ के पत्ते का इस्तेमाल करते हुए स्लाइड बोर्ड तैयार किया है, जो हिंदी के अक्षरोंं से बच्चोंं को रूबरू कराता है. इसके अलग-अलग वर्गों के अक्षर को लिखा गया है, जिसे स्लाइड करने पर उसकी जानकारी मिलती है.

क्ले से तैयार खिलौने इकोसिस्टम से करा रहे अवगत

पटना सदर प्रखंड के गुरुगोबिंद सिंह बालक मध्य विद्यालय की शिक्षिका रश्मि शुक्ला क्ले की मदद से इकोसिस्टम से बच्चों को अवगत करा रही हैं. इसमें जानवर, पेड़-पौधे, नदी, पहाड़ आदि को सम्मिलित करते हुए उसके महत्व की जानकारी साझा कर रही हैं.

मानचित्र के जरिये राज्य की समृद्धि को किया रेखांकित

नौबतपुर प्रखंड के मध्य कन्या विद्यालय की शिक्षिका दीपाली कुमारी ने बिहार के मानचित्र पर ही अलग-अलग जिलों में पायी जाने वाली विशेष खाद्य पदार्थ, खनिज पदार्थ, कल कारखाने व जीआइ टैग वाले खाद्य पदार्थाें के बारे में बताया है. इससे यह आसानी से समझा जा सकता है कौन सा क्षेत्र किस वस्तु के लिए प्रसिद्ध है.

Also Read: बिहटा में बनेगा कन्या आवासीय विद्यालय, छात्राओं को सैनिटरी नैपकिन के लिए अलग से मिलेंगे रुपये
इन 10 बेस्ट टीचिंग लर्निंग मटेरियल का किया गया चयन

  • प्रखंड-विद्यालय- शिक्षक- टीएलएम

  • दानापुर- प्राथमिक विद्यालय सिकंदरपुर- मिथिलेश कुमारी- पर्यायवाची पुष्प गुच्छ

  • पटना सदर- माध्यमिक विद्यालय नकटा दियारा- सुष्मा भारती- जीवन मूल्य कौशल

  • पटना सदर- प्राथमिक विद्यालय आइटीआइ- सुजीत कुमार- गणित डिजिटल बोर्ड

  • संपतचक- उत्क्रमित विद्यालय कर्णपुरा- प्रतिभा भारती- गणितीय एलबम

  • फुलवारीशरीफ- उत्क्रमित मध्य विद्यालय- कुमारी टोनी- प्रीपोजिशन चार्ट

  • बेलछी- मध्य विद्यालय सकसोहरा- संध्या- हिंदी अक्षर ज्ञान एलबम

  • मोकामा- उत्क्रमित मध्य विद्यालय- हिमानी मेहता- लर्निंग वॉवेल्स

  • खुसरूपुर- प्राथमिक विद्यालय- आमरीन- मिनी बॉक्स ऑफ अल्फाबेट

  • अथमलगोला- उत्क्रमित विद्यालय- रवि रोशन- फसल और अनाज का एलबम

  • घोसवरी- प्राथमिक विद्यालय धनकडोभ- रजनी कुमारी- गणितीय टेबल चार्ट

  • पुनपुन- प्राथमिक विद्यालय- नेहा संध्या- भाव प्रदर्श किट

Next Article

Exit mobile version