पटना. बिहार में शिक्षक भर्ती के पहले चरण की नियुक्ति को अभी कुछ दिन भी नहीं हुए हैं कि शिक्षकों की ओर से इस्तीफा देने का काम शुरू हो गया है. दूसरे चरण की भर्ती परीक्षा से पहले ही पहले चरण के 50 से ज्यादा शिक्षकों ने नौकरी छोड़ दी है. शिक्षकों की नियुक्ति और स्कूलों के आवंटन के बाद अलग-अलग लोगों में अलग-अलग कारणों से इस्तीफा देने का काम किया है. इस्तीफा देने वाले अधिकतर नवनियुक्त शिक्षक उत्तर प्रदेश से आनेवाले हैं. बाहरी राज्यों से चयनित शिक्षकों में नौकरी छोड़कर जाने का क्रम अधिक पाया जा रहा है.
बेगूसराय में बीपीएससी से चयनित छह शिक्षकों ने दिया इस्तीफा
बेगूसराय जिले में बीपीएससी पास 6 शिक्षकों ने इस्तीफा दे दिया है. हालांकि अभी शिक्षा विभाग ने इस्तीफा मंजूर नहीं किया है. इस्तीफा देने वालों में उत्तर प्रदेश के शिक्षक भी शामिल है. इस्तीफा देने का मुख्य कारण सेंट्रल गवरनेंट में नौकरी के साथ-साथ शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा विभाग में की जा रही कड़ाई सामने आ रही है. इस्तीफा देने वालों में शिक्षक दिया कुमारी, शुभ्रा, सारिका कुमारी मिश्र, वंदना स्वर्णकार, अम्बर अग्रवाल एवं कुमार रंजन त्रिपाठी शामिल हैं.
मुजफ्फरपुर में 10 और नवनियुक्त शिक्षकों ने दिया त्यागपत्र
मुजफ्फरपुर जिले में योगदान के 10 और नवनियुक्त शिक्षकों ने त्यागपत्र दे दिया है, जिनका आवेदन डीइओ ने स्वीकार कर लिया है. इससे पहले दो दिसंबर से चार शिक्षकों ने पद त्याग किया था. केंद्रीय विद्यालय संगठन में प्राथमिक शिक्षक के पद पर नियुक्ति के बाद अब तक जिले के 14 प्राथमिक शिक्षक नौकरी छोड़ चुके हैं. डीइओ कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार पारू के उमवि रूपनारायणपुर के प्रवीण कुमार सिंह, औराई के उमवि माधोपुर की शिखा शुक्ला, मीनापुर के प्रावि बाड़ाभारती चक्की ढाब के प्रितेश्वर सिंह, मड़वन के उमवि बंगरी के उत्कर्ष त्रिपाठी, औराई के प्रावि भरथुआ गोट के कमल, कुढ़नी के उमवि माधोपुर की शिवानी, बंदरा के उमवि मुन्नी की अनुपमा सिंह, मोतीपुर के प्रावि अदलपुर के रिशु सिंह, गायघाट के प्रावि रौना मुशहर के सौरभ कुमार सक्सेना व मीनापुर के प्रावि न्यू बनधारा हरिजन की निधि सिंह का पद त्याग स्वीकृत हुआ है.
इन लोंगों में यूपी के लोगों की संख्या अधिक
अब तक जो आंकड़े सा मने आए हैं उसके अनुसार सबसे अधिक समस्तीपुर जिले में नव नियुक्त शिक्षकों ने इतीफा दिया है. समतीपुर जिले में अब तक 30 शिक्षकों ने इस्तीफा दे चुके हैं. मुजफरपुर में 17 नव नियुक्त शिक्षकों ने इस्तीफा दिया है, जबकि बेगूसराय में 4 और मधुबनी में भी एक नव नियुक्त शिक्षक ने इस्तीफा या है.
बढ़ सकती है खाली पदों संख्या
बिहार में इस वक्त बीपीएससी की तरफ से शिक्षक नियुक्ति का दूसरा चरण चल रहा है. एक तरफ जहां शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए बीपीएससी दूसरे चरण की परीक्षा का आयोजन कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ पहले चरण में नियुक्त शिक्षक स्कूल आवंटन के बाद योगदा न करने वाले शिक्षकों के इतीफा से कई स्कूलों में पद खाली हो रहे हैं. शिक्षा विभाग से जुड़े सूत्रों के अनुसार आनेवाले समय में नव नियुक्त शिक्षकों के नौकरी छोड़ने की संख्या और बढ़ सकती है. इसके पीछे मुख्य कारण स्कूलों में उपस्थिति और कक्षाओं के संचालन को लेकर विभाग की ओर से की गयी सख्ती है.
नौकरी क्यों छोड़ रहे शिक्षक
इन शिक्षकों की तरफ से इस्तीफा दिए जाने के बाद आधिकारिक तौर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय की तरफ से सूचना भी जारी की गई है. मुजफ्फरपुर जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय की तरफ से जो जानकारी दी गई है कि जिन शिक्षकों ने इस्तीफा दिया है उनका चयन केंद्रीय विद्यालय के लिए हो गया है. इसी का हवाला देते हुए इन शिक्षकों ने बिहार में शिक्षक की नौकरी छोड़ी है. कुछ मामलों में शिक्षकों ने दूसरे किसी प्रतियोगिता परीक्षा में चयन हो जाने के कारण भी बिहार शिक्षक की नौकरी छोड़ दी है.
यूपी के लोगों को रास नहीं आ रही बिहार की नौकरी
केंद्रीय विद्यालय में चयन, दूसरे विभागों में नौकरी का मिलना और उत्तर प्रदेश से आने वाले शिक्षकों को बिहार शिक्षक की नौकरी रास नहीं आ रही है. यही वजह है कि अभ्यर्थी बेहतर विकल्प मिलने के बाद बिहार शिक्षक की नौकरी से इस्तीफा दे रहे हैं. फिलहाल बिहार के अलग-अलग राज्यों से इस्तीफा देने वाले शिक्षकों के आंकड़े अलग-अलग तौर पर सामने आ रहे हैं. संभव है कि शिक्षा विभाग इस्तीफा के बाद आने वाले दिनों में उन व्यक्तियों के बारे में आधिकारिक तौर पर जानकारी साझा करे. फिलहाल इस्तीफा के बाद शिक्षा विभाग की तरफ से कोई अधिकारी बयान देने को तैयार नहीं है.