Loading election data...

बिहार में शिक्षकों ने स्कूल को बना दिया बार, मुर्गा-दारू पार्टी करते पकड़े गए प्रिंसिपल-टीचर समेत पांच लोग

बांका के राजकीय बुनियादी मध्य विद्यालय चिलकावर को शिक्षकों द्वारा ही मयखाना बना दिया गया. यहां से उत्पाद विभाग की टीम ने स्कूल के प्रिंसिपल और एक शिक्षक सहित पांच लोगों को शराब पीते पकड़ा है.

By Anand Shekhar | December 26, 2023 4:34 PM

बिहार में 2016 से पूर्ण शराबबंदी लागू है. राज्य के सभी सरकारी अधिकारी और कर्मचारी नियुक्ति के समय शराब नहीं पीने की शपथ भी लेते हैं. लेकिन अब एक ऐसी तस्वीर सामने आई है. जो न सिर्फ शर्मनाक है बल्कि हैरान करने वाली भी है. दरअसल, बांका में एक सरकारी स्कूल परिसर को शिक्षकों ने बार में तब्दील कर दिया. मामला जिले के रजौन प्रखंड क्षेत्र के असौता पंचायत के राजकीय बुनियादी मध्य विद्यालय चिलकावर का है. जहां मुर्गा और शराब पार्टी का मामला सामने आया है. यहां उत्पाद विभाग के सहायक अवर निरीक्षक मुकेश कुमार दास के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई करते हुए स्कूल के रसोईघर में शराब पार्टी कर रहे दो शिक्षकों समेत पांच लोगों को देशी महुआ शराब के साथ गिरफ्तार किया और सभी को अपने साथ बांका ले गयी. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

दारू और मुर्गे की हो रही थी पार्टी

यह पूरा मामला बांका के राजकीय बुनियादी मध्य विद्यालय चिलकावर का है जहां शिक्षा के पवित्र मंदिर को शिक्षकों द्वारा ही मयखाना बना दिया गया. यहां स्कूल परिसर में ही प्रभारी प्रधानाध्यापक अमरेश कुमार यादव उर्फ राजेंद्र यादव, प्राथमिक विद्यालय जगन्नाथपुर के शिक्षक बजरंगी दास, राजावर गांव निवासी एमडीएम वेंडर धनंजय कुमार व प्लंबर कुमार गौरव, बखड्डा गांव निवासी प्लंबर प्रदीप कुमार मुर्गा और दारू की पार्टी कर रहे थे.

उत्पाद विभाग की टीम ने पांच लोगों को किया गिरफ्तार

शराब पार्टी की जानकारी ग्रामीणों ने उत्पाद विभाग बांका की टीम को दे दी. जिसके बाद उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी की और मौके से दो शिक्षक अमरेश कुमार यादव व बजरंगी दास सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार दोनों पलंबर मिस्त्री जो की समरसेबल पंप ठीक करने के लिए आये थे. इन लोगों के पास से बना हुआ मुर्गा व देसी महुआ शराब बरामद किया गया है. जबकि अन्य लोग भागने में सफल रहे हैं. जिसकी तलाश में उत्पाद विभाग की टीम लग गयी है.

क्या बोले उत्पाद अधीक्षक

वहीं पूरे मामले पर उत्पाद अधीक्षक अरुण कुमार मिश्रा ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि विद्यालय में मुर्गा दारू पार्टी चल रही है. उसके बाद छापेमारी की गयी और मौके से देसी महुआ शराब के साथ दो शिक्षक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया.

Also Read: बिहार से हटेगी शराबबंदी? सर्वे टीम घर-घर जाकर लोगों से पूछेगी सवाल, जानें नीतीश सरकार का प्लान

क्या कहते हैं ग्रामीण

वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि प्रत्येक दिन शाम ढलते ही राजकीय बुनियादी मध्य विद्यालय चिलकावर में शराबियों का जमावड़ा लग जाता है. सभी यहां बैठकर देर रात तक शराब पार्टी करते हैं. लेकिन सूचना के बाद भी स्थानीय पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की जाती है.

Also Read: जीतनराम मांझी ने शराब सेवन को बताया फायदेमंद, बोले- बिहार में भी लागू हो गुजरात मॉडल

Next Article

Exit mobile version